दो शिक्षक को निलंबित करते हुए आठ शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब
जागरण संवाददाता औरैया बिधूना विकासखंड के ब्लाक संसाधन केंद्र पर खंड शिक्षाधिकारी से शि
जागरण संवाददाता, औरैया: बिधूना विकासखंड के ब्लाक संसाधन केंद्र पर खंड शिक्षाधिकारी से शिक्षकों द्वारा की गई अभद्रता व मारपीट मामले में आठ शिक्षक पर एफआइआर दर्ज हुई है। प्रकरण की जांच करते हुए बीएसए ने दो शिक्षक को निलंबित करते हुए छह शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब किया है। इस कार्रवाई से खफा यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के पदाधिकारियों व सदस्यों ने कड़ा विरोध जताया है।
ब्लाक संसाधन केंद्र पर चार अक्टूबर को खंड शिक्षाधिकारी (बीईओ) अवनीश यादव को ज्ञापन देने यूटा के पदाधिकारी कुछ शिक्षकों के साथ पहुंचे थे। इस दौरान संगठन के मंडलीय अध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय दलीपपुर, जिलाध्यक्ष व प्राथमिक विद्यालय सिखरना के सहायक अध्यापक ओम जी पोरवाल साथी शिक्षकों के साथ उपस्थित थे। शिक्षकों में प्राथमिक विद्यालय कुर्सी के सहायक अध्यापक शरद, पंकज सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय झबरा, विकास गुप्ता सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय बमरौलिया, आलोक गुप्ता सहायक अध्यापक बरी का पुरवा, सचिन शाक्य सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय बिरौली, सुबोध शाक्य सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय जगतपुर थे। आरोप है कि यूटा के पदाधिकारी व शिक्षकों ने सुनियोजित ढंग से कार्यालय का दरवाजा बंद कर लिया। बीईओ ने विरोध किया तो शिक्षक अभद्रता पर उतर आए। बीईओ की दिव्यांगता को लेकर अभद्र टिप्पणी की। वहीं ओम जी पोरवाल ने बीईओ का मोबाइल फोन झपट कर फेंक दिया। साथ ही मारपीट शुरू कर दी। इसमें सभी शिक्षकों ने शिक्षक नेताओं का साथ दिया। आरोप है कि बीईओ के गले से सोने की चेन भी तोड़ ली गई और सरकारी अभिलेख फाड़ दिया। शोरगुल सुनकर कर्मचारी पहुंचे तो शिक्षक भाग निकले। बीईओ द्वारा उच्चाधिकारियों को जानकारी देते हुए आठ शिक्षकों के खिलाफ बिधूना कोतवाली में तहरीर दी गई। जिस पर शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया। जिस पर शिक्षकों ने विरोध जताया। पूरे प्रकरण में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) चन्दना राम इकबाल यादव ने ओम जी पोरवाल व देवेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित किया है। इसके अलावा घटना में शामिल अन्य छह शिक्षकों को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।