कई दिन के मशक्कत के बाद भी बसों की मरम्मत का कार्य जस का तस

जागरण संवाददाता औरैया दीपावली त्योहार नजदीक आते ही डिपो की बसों में यात्रियों का आवागम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:22 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:22 PM (IST)
कई दिन के मशक्कत के बाद भी बसों की मरम्मत का कार्य जस का तस
कई दिन के मशक्कत के बाद भी बसों की मरम्मत का कार्य जस का तस

जागरण संवाददाता, औरैया : दीपावली त्योहार नजदीक आते ही डिपो की बसों में यात्रियों का आवागमन अपेक्षाकृत बढ़ जाता है। ऐसे में रोडवेज प्रबंधन पर समय से बसों का संचालन व यात्रियों के संख्या बल के आधार पर रूट तय करना, चक्कर बढ़ाने आदि व्यवस्थाओं का दबाव रहता है। इस बार मौसम ने अचानक आए बदलाव से सुबह-शाम हवा नम है। जिससे लंबी दूरी के लिए रात में सफर करने वाली बसों में दुर्घटनाओं की संभावना रहती है। बावजूद इसके बसों में रिफ्लेक्टर सहित अन्य जरूरी उपकरण बदहाल है। आधे से ज्यादा बस मरम्मत पर निर्भर हैं। गर्मी से लगातार कसरत की जा रही है।

डिपो में संचालित 69 में से 25 बसें इस समय मरम्मत पर निर्भर है, जिनकी फिटनेस का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। दीपावली त्योहार के दृष्टिगत बसों की बाडी का डेंट-पेंट व गेयर बॉक्स, क्चिल वायर, लाइट आदि जरूरी उपकरण की फिटनेस शेष है। ज्यादातर बसों में डिपर, बैक लाइट नहीं है। टायर के अभाव में पांच बसें डिपो में खड़ी हैं। जबकि दीपावली से पूर्व व एक सप्ताह बाद तक अपेक्षाकृत सवारियों का आवागमन बढ़ जाता है। ऐसे में रोडवेज प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। त्योहार बाद सर्दी के मौसम का आगाज और भी दिक्कतें बढ़ाएगा। सीनियर फोरमैन का कहना है कि टायरों की कमी काफी दिनों से चल रही है। पर्याप्त उपलब्धता न होने से कठिनाई है।

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क्या कहते हैं जिम्मेदार

टायर व अन्य जरूरी उपकरण की डिमांड केंद्रीय स्टोर में भेजी गई है। टायरों का अभाव है, स्पेयर पा‌र्ट्स की कमी से मुख्यालय अवगत कराया गया है।

- आरएस चौधरी, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक

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