मांगों पर अड़े हैं कर्मचारी, मरीजों की सेवाओं को19 एंबुलेंस संचालित
जागरण संवाददाता औरैया पिछले एक सप्ताह से धरना प्रदर्शन कर रहे एंबुलेंस कर्मचारी लखनऊ क
जागरण संवाददाता, औरैया: पिछले एक सप्ताह से धरना प्रदर्शन कर रहे एंबुलेंस कर्मचारी लखनऊ के लिए रवाना हो गए। प्रशासनिक व स्वास्थ्य अधिकारियों के समझाने बुझाने पर 19 एंबुलेंस वाहन मरीजों को लाने व ले जाने के लिए संचालित की गई। अभी तक 10 वाहन ही विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। इनकी संख्या 19 हो गई हैं।
गुरुवार की देर रात प्रशासनिक अधिकारियों ने पिछले एक सप्ताह से धरना प्रदर्शन कर रहे एंबुलेंस कर्मचारियों से वार्ता कर उन्हें काम पर वापस लौटने के लिए कहा। जिस पर आंदोलनरत पदाधिकारी व कर्मचारी ने कहा कि वह आम जनमानस को अपनी सेवाएं देने को हमेशा तैयार रहे। अभी तक 10 एंबुलेंस अपनी सेवाएं दे रहे थे जिनकी संख्या बढ़ाकर 19 कर दी गई। लेकिन वह अपनी मांगों का सर्वमान्य हल होने तक आंदोलन पर अड़े रहे। कर्मचारी लखनऊ में चल रहे धरना प्रदर्शन में शामिल होने पहुंच गए।
एंबुलेंस कर्मचारियों की प्रमुख मांगें:
- ठेका प्रथा बंद करने की मांग।
- सुरक्षित हो एंबुलेंस कर्मचारियों की नौकरी।
- 108,102, एएलएस के कर्मचारियों को एनएचएम में सम्मिलित किया जाए।
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नाला सफाई के दौरान अधिकारियों से नोकझोंक
संसू, दिबियापुर: कस्बा के औरैया रोड स्थित ककराही पुलिया से सेहुद बंबा तक नाला बना है। इस पर कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण किए जाने से सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। इससे जलभराव की समस्या कस्बे व आसपास के क्षेत्रों में बनी थी। शुक्रवार देर शाम नाला की सफाई के लिए बुलडोजर लेकर पहुंचे पंचायत व तहसील अमले के अधिकारियों से अतिक्रमण करनेवालों की नोकझोंक हो गई। शुक्रवार की देर शाम नायब तहसीलदार पवन कुमार व अधिकारियों की मौजूदगी में बुलडोजर से सेहुद बंबा के पास के नाला की सफाई कराई जानी थी। शुरू कराए कार्य के दौरान कुछ लोगों ने आपत्ति जतानी शुरू कर दी। इस पर नायब तहसीलदार व मौजूद अधिकारियों से उनकी नोकझोंक हो गई। सूचना पर दिबियापुर पुलिस पहुंची। सिचाई विभाग के अधिकारियों को भी सूचना दी गई। तहसील प्रशासन के अनुसार नाला पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए 14 जुलाई तक का समय दिया था। बावजूद स्थिति जस के तस थी। शनिवार को अतिक्रमण हटाया जाएगा।