प्रशासन की जांच से ठेकेदारों की बढ़ी धुकधुकी

जागरण संवाददाता औरैया पिछले सप्ताह जिले में विकास कार्यो की समीक्षा करने आए नोडल अधिका

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 06:43 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 06:43 PM (IST)
प्रशासन की जांच से ठेकेदारों की बढ़ी धुकधुकी
प्रशासन की जांच से ठेकेदारों की बढ़ी धुकधुकी

जागरण संवाददाता, औरैया: पिछले सप्ताह जिले में विकास कार्यो की समीक्षा करने आए नोडल अधिकारी से कुछ सभासद व आम लोगों ने नगर पालिका में भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। मामले की जांच एडीएम को सौंपी गई है। एडीएम ने नगर पालिका के जरुरी दस्तावेज भी तलब कर लिए हैं। ठेकेदारों की बैंक स्टेटमेंट निकाले जाने के बाद काफी हद तक सब कुछ साफ हो जाएगा। प्रशासन की कार्रवाई से ठेकेदारों की धुकधुकी बढ़ गई है। गुणवत्ता खराब होने पर उन्हें दोबारा काम कराना पड़ सकता है।

नोडल अधिकारी अनिल कुमार के निर्देश पर जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने पांच सदस्यीय समिति गठित कर जांच के निर्देश दिए थे। एडीएम वित्त एवं राजस्व रेखा एस चौहान की ओर से आठ बिदुओं पर जांच की जा रही है। गुरुवार को एडीएम ने नगर पालिका पहुंचकर जरूरी दस्तावेज खंगाले थे। पालिका प्रशासन की ओर से किन-किन स्थानों पर कितने बजट से काम कराया गया है, किस ठेकेदार ने काम कराया है, इन बिदुओं पर भी जांच की जा रही है। इसके अलावा वर्ष 2016 में बने नाला में धांधली किए जाने के मामले में जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। जिस ठेकेदार की ओर से नालों व अन्य कार्य कराए गए हैं, उनसे संबंधित सभी ठेकेदारों के बैंक स्टेटमेंट चेक किए जाएंगे। हालांकि, बैंक स्टेटमेंट निकाले जाने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन स्टेटमेंट के बाद स्थिति साफ हो जाएगी। इसके अलावा कराए गए विकास कार्य मानक के अनुरूप किए गए हैं या नहीं, इसकी भी जांच कराई जाएगी। खास तौर पर बोर्ड बैठक में पास किए गए प्रस्तावों को जांचा जाएगा। प्रशासन की ओर से बढ़ाई जा रही कार्यवाही ठेकेदारों के लिए संकट बन सकती है। रेखा एस चौहान ने बताया कि करीब 15 दिन में जांच पूरी कर ली जाएगी। ईओ बलवीर सिंह से जांच से जुड़े अन्य दस्तावेज मंगाए गए हैं, उन्हीं के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।

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विवेचक को किया जाएगा तलब

नगर पालिका की ओर से भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत करने वाले में एक शिकायतकर्ता ऐसा है, जिसके खिलाफ पिछले वर्ष मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले की विवेचना करने वाले विवेचक से जानकारी की जाएगी कि उनकी ओर से क्या रिपोर्ट लगाई गई है। उसी आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

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