मौसम के बदले रुख ने बढ़ाई अन्नदाताओं की चिंता
जागरण संवाददाता औरैया देर रात सर्द हवाओं के साथ हुई बारिश ने किसानों की नींद उड़
जागरण संवाददाता, औरैया : देर रात सर्द हवाओं के साथ हुई बारिश ने किसानों की नींद उड़ा दी। रविवार को धूप छांव की आंख मिचौली ने उनकी चिता बढ़ा दी है। बिगड़े मौसम के बाद यदि ज्यादा बारिश हुई तो दलहन व तिलहन की फसलों को भारी नुकसान होगा। जबकि गेहूं की फसल को फायदा पहुंच सकता है।
इस समय लाहा व अरहर की फसल में फूल पूरी तरह से आ चुके हैं। ऐसे में यदि गत रात की तरह बारिश हुई तो फूल नष्ट होने व हवाओं से फसल गिरने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। ऐसे में इन फसलों को ज्यादा नुकसान होगा। जबकि गेहूं की फसल में फायदा होगा। उड़नपुरा निवासी किसान मनोज कुमार का कहना है कि 10 बीघा लाहा की फसल बोई है। जिसमें फूल भी आ चुका है। कृषि हमेशा ही प्रकृति पर निर्भर रहती है। ज्यादा मौसम बिगड़ने पर लाहा में नुकसान ही होगा। पन्हर निवासी दिनेश तिवारी ने बताया कि बढ़ती कीमतों को देखते हुए इस बार आलू की फसल आठ बीघा व पांच बीघा लाहा की फसल बोई है। दोनों फसलें तैयार हैं। लाहा में बरसात व कोहरा दोनों से ही नुकसान होगा। किसानों को सलाह:
जिला कृषि अधिकारी आवेश कुमार सिंह ने बताया कि माहू कीट पत्ती, तना व फली सहित संपूर्ण पौधे का रस चुसता है। इसके नियंत्रण के लिए प्रति हेक्टेयर डाइमेथोएट 30 फीसद ईसी की एक लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें। सरसों में दाना भरने की अवस्था में दूसरी सिचाई करें। ऊनी वस्त्र से पूरे शरीर को ढककर ही बाहर निकलें:
चिकित्सक डा. गिरिराज अग्रवाल ने बताया कि मौसम के बदले रुख को ध्यान में रखकर सुबह टहलते समय युवा व बच्चों का पूरा शरीर ऊनी वस्त्रों से ढका होना चाहिए। यह सर्दी अनेक प्रकार की परेशानियां उत्पन्न कर सकती है। बुजुर्ग घरों में रहें तो ज्यादा ठीक रहेगा। सुबह गर्म पानी का इस्तेमाल जरूर करें। गर्म पानी से ही बाथरूम में नहाएं। खुली छत पर इस समय नहाना प्रत्येक व्यक्ति के लिए हानिकारक होगा। आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डा.कुमकुम पांडेय ने बताया कि सुबह चाय में सोंठ, हल्दी की आधा चम्मच, दालचीनी का पाउडर, लौंग, काली मिर्च दो या तीन डालकर इस्तेमाल करें। दही, मट्ठा, चावल आदि ठंडी वस्तुओं से परहेज रखें।