कुछ मिनटों की बारिश ने खोली सफाई व्यवस्था की पोल

जागरण टीम औरैया गुरुवार देर हवा के करवट लेते ही मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल ग

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 11:29 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 11:29 PM (IST)
कुछ मिनटों की बारिश ने खोली सफाई व्यवस्था की पोल
कुछ मिनटों की बारिश ने खोली सफाई व्यवस्था की पोल

जागरण टीम, औरैया: गुरुवार देर हवा के करवट लेते ही मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया। करीब 20 मिनट तक तेज हवा चली, इसके बाद आंधी के बाद बारिश शुरू हो गई। 25 मिनट तक जिले में हुई बारिश से शहर के साथ ग्रामीण अंचलों में जलभराव की समस्या हुई। ऐसे में नगर पालिका, पंचायतों की सफाई व्यवस्था की कलई खुल गई। सरकारी सिस्टम को कोसते हुए लोगों ने कहा कि मानसून की सुगबुगाहट के बावजूद नाली-नालों की सफाई नहीं कराई गई। सबसे ज्यादा परेशानी उन स्थानों पर रही, जहां कच्चे मार्ग हैं। जलभराव की समस्या बमुश्किल दूर हो सकी थी। दूसरी ओर रात बारिश से खुशनुमा हुए मौसम का असर शुक्रवार को भी देखने को मिला। आसमान में बादल छाए रहे। हालांकि, दोपहर में धूप निकलने से कुछ परेशानी जरूर हुई।

बारिश की वजह से ग्राम पंचायत बेला के मजरा फतेहपुर में गालियां जलमग्न हो गईं। जिस कारण पैदल निकलना भी लोगों के लिए दूभर हो गया। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान सहित सचिव से इस बाबत शिकायत की। जलभराव की समस्या बिधूना विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत बेला के मजरा फतेहपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में भी देखने को मिली। इसके अलावा रुरुगंज, अछल्दा, कंचौसी, दिबियापुर आदि क्षेत्रों में भी जलभराव होने से दिक्कतें बढ़ी। मजरा फतेहपुर के ग्रामीणों में बाबा बदन सिंह, शिव सिंह, संजय, अजय, राहुल, बाबूलाल आदि ने बताया कि दो माह पूर्व पानी की पाइप लाइन बिछाए जाने का कार्य हुआ था। जिस कारण सड़क की खोदाई कराई गई थी। इसमें जल निकासी का रास्ता बंद हो गया था। बारिश की वजह से दिक्कतें बढ़ी। ग्राम सचिव राघवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि कार्ययोजना बनते ही सड़क निर्माण की कवायद शुरू कराई जाएगी।

--------------- अधिकतम तापमान 36 व न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस

बारिश की वजह से हवा में नमी रही। इसका असर तापमान पर देखने को मिला। मौसम विज्ञानी डॉ. अनंत कुमार ने बताया कि अधिकतम तापमान 36 व न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।आंधी पानी की संभावना आगे भी बनी रहेगी। खेतों में पक्की खड़ी मूंग की फसल को बारिश से नुकसान हुआ है। यदि पांच एमएम तक बारिश हुई तो जायद की फसलों तुरई, लौकी, परवल आदि को नुकसान कम होगा। 10 एमएम बारिश से फसलों पर असर पड़ेगा।

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