रिबोर के लिए 90 हैंडपंप, अधिकारियों ने किए खड़े किए हाथ

जागरण संवाददाता औरैया जनता की सेवा के लिए जिम्मेदार कितने गंभीर है इसकी एक तस्वीर सरक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 11:30 PM (IST)
रिबोर के लिए 90 हैंडपंप, अधिकारियों ने किए खड़े किए हाथ
रिबोर के लिए 90 हैंडपंप, अधिकारियों ने किए खड़े किए हाथ

जागरण संवाददाता, औरैया: जनता की सेवा के लिए जिम्मेदार कितने गंभीर है, इसकी एक तस्वीर सरकारी हैंडपंप हैं। जिले में करीब एक सैकड़ा हैंडपंप को बीते साल रीबोर के लिए चिह्नित किया गया था। यही कवायद इस साल भी सैकड़ों हैंडपंप को लेकर की गई। लेकिन, रीबोर के नाम पर लाल निशान लगे हैंडपंप की फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। ऐसे में राहगीरों को जहां पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है तो वहीं सुविधा होते हुए भी बोतल बंद या पाउच भरा पानी पीना पड़ता है।

गर्मी के मौसम में जल स्तर घटने से प्रति वर्ष सैकड़ों हैंडपंप पानी देना बंद कर देते हैं। जिनमें पानी निकलता भी है वह पीने योग्य नहीं होता। ऐसे में वार्डों में पेयजल की समस्या गंभीर हो जाती है। गर्मी से जुड़े बारिश के समय बिजली आपूर्ति भी बाधित रहती है। ऐसे में नगर पालिका की लाइन के जरिए पेयजल आपूर्ति भी बाधित हो जाती है। ऐसे में हैंडपंप ही पेयजल के संसाधन के रूप में बेहतर काम आते हैं। कई वार्डों व मुख्य सड़कों के किनारे लगे हैंडपंपों पर लाल क्रास का निशान लगाकर छोड़ दिया गया है जो बेकार पड़े हुए हैं। नगर पालिका ने वर्ष 2019 में 60 हैंडपंप चिह्नित कर सूची रिबोर के लिए भेजी थी, जो दुरुस्त नहीं हो पाए। वर्ष 2021 में 30 हैंडपंप और चिह्नित कर कुल 90 की सूची रिबोर के लिए उत्तर प्रदेश जल निगम को दी गई। हैंपपंपों में पाइप बढ़ाने, मरम्मतीकरण व चेन बोल्ट आदि कमियों को दूर करने का कार्य नगर पालिका के कर्मचारी करते हैं। इस माह पालिका के मिस्त्रियों ने 16 हैंडपंपों की मरम्मत कर दुरुस्त किए हैं।

क्या कहते हैं जिम्मेदार..

इस वर्ष कुल 90 हैंडपंपों के रिबोर की सूची उप्र जल निगम को भेजी गई। संबंधित अधिकारियों ने बजट न होने की बात कही। छोटा मरम्मत कार्य कर्मचारियों से कराया जाता है।

-बलवीर सिंह, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद

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