अमरोहा में कृषि कानूनों के विरोध में दो गावों ने डेयरियों को नहीं दिया दूध

अमरोहा, जेएनएन: नए कृषि कानूनों के विरोधियों के समर्थन में दूध नहीं बेच जाने के तीन गांव के किसानों

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 12:47 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 12:47 AM (IST)
अमरोहा में कृषि कानूनों के विरोध में दो गावों ने डेयरियों को नहीं दिया दूध
अमरोहा में कृषि कानूनों के विरोध में दो गावों ने डेयरियों को नहीं दिया दूध

अमरोहा, जेएनएन: नए कृषि कानूनों के विरोधियों के समर्थन में दूध नहीं बेच जाने के तीन गांव के किसानों के निर्णय के बाद मंगलवार को गांव पहुंची डेयरी संचालकों की गाडि़यों को दो गांवों ने दूध नहीं दिया। जबकि तीसरे गांव चुचैला खुर्द के ग्रामीणों ने दूध बेचा है। हालांकि निर्धारित मात्रा से बीस प्रतिशत तक ग्राम चुचैला खुर्द में डेयरियों को दूध कम मिला।

बता दें कि कृषि कानूनों के विरोधियों को समर्थन देते हुए क्षेत्र के तीन गांवों के किसानों ने नया तरीका अपनाया था। क्षेत्र के गांव रसूलपुर माफी, चुचैला खुर्द व शहजादपुर के किसानों ने एक मार्च से पांच मार्च तक डेयरियों को दूध नहीं बेचने का एलान किया था। साथ ही छह मार्च के बाद 100 रुपये प्रति लीटर की दर से कम पर दूध नहीं बेचने की बात कही थी। मंगलवार को आनंदा, पारस, मधुसूदन, अमूल व मदर डेयरी की गाड़ियां दूध लेने के लिए गांव रसूलपुर व शहजादपुर पहुंची लेकिन, किसानों ने दूध देने से मना कर दिया। विरोध करने वाले तीसरे गांव चुचैला खुर्द में गाड़ियों को किसानों ने दूध दिया। उधर, क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों में उपरोक्त डेयरियों की गाड़ियों को दूध दिया गया है। क्या बोले दूध कंपनियों के अधिकारी

हमारी गाड़ी रोजाना ब्लॉक क्षेत्र के सभी गांव में दूध लेने के लिए जाती है। गांव रसूलपुर व शहजादपुर में किसानों ने दूध नहीं दिया है। जबकि गांव चुचैला खुर्द से बीस प्रतिशत कम दूध प्राप्त हुआ है।

सनोज कुमार, एरिया मैनेजर, आनंदा डेयरी।

डेयरी की सभी गाड़ियों को रोजाना की भांति मंडी धनौरा विकासखंड के सभी गांव से दूध मिला है। जिन गांव में विरोध की बात कही जा रही थी उनमें से दो गांवों में दूध नहीं मिला है, जबकि तीसरे में कुछ कम दूध मिला है।

ऋषिपाल सिंह, मैनेजर मधुसूदन डेयरी।

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