गंगा उफान पर, डेढ़ दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में

बिजनौर बैराज से फिर छूटा 1.34 लाख क्यूसेक पानी गांवों के खेतों रास्तों के बाद घरों में घ्

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 12:46 AM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 06:04 AM (IST)
गंगा उफान पर, डेढ़ दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में
गंगा उफान पर, डेढ़ दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में

बिजनौर बैराज से फिर छूटा 1.34 लाख क्यूसेक पानी, गांवों के खेतों, रास्तों के बाद घरों में घुसा बाढ़ का पानी

फोटो- जेपीएन-2,3,6,10,11 व 14

जागरण संवाददाता, गजरौला : बिजनौर बैराज से छोडे़ जाने वाले पानी से तीसरे दिन भी कोई राहत नहीं मिली। गुरुवार को भी 134438 क्यूसेक पानी और छोड़े जाने से गांवों में आफत मच गई है। करीब एक दर्जन से अधिक गांव व मझरे बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। करीब कई गांव ऐसे हैं, जिनके घरों तक में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ गई हैं।

बाढ़ नियंत्रण खंड मुरादाबाद के एक्सईएन मनोज कुमार के मुताबिक गुरुवार को बिजनौर बैराज से गंगा नदी में 134438 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। इससे गंगा उफन पड़ी है। चूंकि पिछले तीन दिनों से लगातार एक से डेढ़ लाख क्यूसेक के लगभग पानी छोड़ा गया है। इसने गांवों में खतरे की घंटी बजा दी है। मंडी धनौरा व हसनपुर तहसील क्षेत्र के गंगा से सटे काफी गांवों के खेतों व रास्तों पर पानी पहले ही भर गया था लेकिन बुधवार की रात से मकानों के अंदर भी घुस गया। इनमें दारानगर, ढाकोवाली, शीशोवाली, अलीनगर, ओसीता जगदेपुर, लठीरा समेत डेढ़ दर्जन से अधिक गांव हैं। कई जगह गंगा का पानी कटान भी कर रहा है। इससे ग्रामीणों में चिता बढ़ती जा रही है। अभी तक उनकी परेशानी बाहर आने-जाने व खेतों की फसल को लेकर थी, लेकिन अब घरों में रखा अनाज, पशुओं का चारा, ईंधन इत्यादि सामान को सुरक्षित करना भी मुश्किल हो रहा है। उप जिलाधिकारी विवेक यादव ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर मातहतों को जरूरी कदम उठाए जाने के निर्देश दिए।

-------------------------------------------------- तिगरी में गंगा की गेज मीटर में 200.25

तिगरी में उच्चतम जलस्तर- 202.42

बिजनौर बैराज से छोड़ा गया पानी-134438 क्यूसेक

-------------------------------------------------------------- दो दिन में ढाई लाख क्यूसेक से अधिक पानी छूटने पर प्रशासन अलर्ट

गजरौला : तहसीलदार सदानंद सरोज ने बताया कि बिजनौर बैराज से आज भी पानी छोडे जाने की सूचना है, जिससे गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इसको लेकर प्रशासन ने अलर्ट कर रखा है। गंगा के बढते जलस्तर व बाढ़ से प्रभावित गांवों पर नजर रखी जा रही है। पतेई एमन गांव के स्कूल में ठहरने की व्यवस्था की गई है। नाव भी सभी जगह लगी हैं, लेकिन प्रभावित व आशंकित गांवों के लोग गांव छोड़ने को तैयार नहीं है। लेखपाल ग्रामीणों से प्रधानों के माध्यम से संपर्क बनाए हैं। -------------------------------------------------------------------------------

पहले थी फसल की चिता, अब राशन व पशुओं का चारा बचाना भी मुश्किल

गजरौला : दारानगर, मोहम्मदाबाद, ओसीता जगदेपुर, जाटोवाली, शीशोवाली, लठीरा, गोपाल की मढैया इत्यादि गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। काफी घरों के अंदर तक पानी घुस गया है। इससे ग्रामीणों को अपनी फसल के साथ अपना राशन व पशुओं का चारा बचाना भी मुश्किल हो रहा है। ईंधन भी बाढ़ के पानी से बचाना मुश्किल हो रहा है।

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