झमाझम बारिश से शहर हुआ पानी-पानी

अमरोहा बारिश ने एक बार फिर पालिका के नालों की तलीझाड़ सफाई कराने की पोल खोल दी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:34 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:34 PM (IST)
झमाझम बारिश से शहर हुआ पानी-पानी
झमाझम बारिश से शहर हुआ पानी-पानी

अमरोहा : बारिश ने एक बार फिर पालिका के नालों की तलीझाड़ सफाई कराने की पोल खोल दी। बारिश से नाले-नाली चोक होकर उफन गए। इससे शहर की सड़कें पानी से लबालब हो गईं। शाम तक बारिश पड़न से पूरा शहर में पानी-पानी हो गया। आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा।

नगर के नालों की तलीझाड़ सफाई पर पालिका हर साल लाख रुपये खर्च करता है। इस बार भी पालिका प्रशासन ने नालों की सफाई के लिए 13 लाख रुपये में ठेका दिया था। पालिका प्रशासन सभी नालों की तलीझाड़ सफाई पूरी होने की दावेदारी कर रहा है लेकिन, उसकी दावेदारी शनिवार को बारिश के सामने फिर खोखली साबित हुई। शनिवार की भोर में तीन बजे से झमाझम बारिश पड़नी शुरू हुई जो पूरे दिन शाम तक पड़ती रही।

इससे शहर के चोक नाले उफन गए और सड़कों व नालों का पानी एक हो गया। पूरे शहर में पानी-पानी हो गया। दुकानों और घरों में भी पानी भर गया। जलभराव होने से राहगीरों और आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा। मुहल्ला नल चौराहा, आजाद रोड, कोट चौराहा, अतरासी चौराहा, दानिशमंदान, कोतवाली चौराहा, तहसील रोड, लकड़ा बाजार, जामा मस्जिद चौराहे आदि तो देर शाम तक जलभराव रहा। इससे राहगीरों का निकलना दूभर रहा। जलभराव से वाहनों के पहिये भी जाम

अमरोहा : बारिश से शहर में इस कद्र जलभराव हो गया गया कि जिधर देखो, उधर पानी ही नजर आ रहा था। इसमें बाइक और कारों के पहिए भी जाम हो गए। चालकों, सवारों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ईओ पूरे दिन शहर मे दौड़ते रहे

अमरोहा : बारिश में पूरे दिन ईओ मणि भूषण तिवारी जल निकासी के लिए दौड़ते रहे। उन्होंने कर्मचारियों को लगाकर पंपों के माध्यम से पानी निकलवाया। बावजूद इसके लोगों को जलभराव से निजात नहीं मिल पाई। ईओ मणि भूषण तिवारी ने बताया कि बारिश रुकने के बाद पानी निकल गया। एक-दो स्थानों को छोड़कर कहीं भी जलभराव नहीं हुआ। किसानों के खिले चेहरे

अमरोहा : बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए। पीरगढ़ गांव के किसान परम सिंह, मीरा सराय के सुरेंद्र सिंह, गुलड़िया के अहमद हसन ने बताया कि बारिश पड़ने से क्षेत्र में सब्जी की फसल को नुकसान है, लेकिन अन्य सभी फसलों को कोई नुकसान नहीं है। हर बारिश में जलभराव होता हो, इस बार भी हो रहा है। पालिका नालों की सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति कर रही है।

-जीशान अली, मुहल्ला चाहगौरी। नगर पालिका नालों की सफाई जरूर कराती है, लेकिन ठीक तरह से नहीं। बारिश पड़ने पर नाले चोक होकर उफन जाते हैं और सड़कों पर जलभराव होता है।

-चौधरी रविराज, मुहल्ला छेबड़ा। नगर में जल निकासी की समस्या पुरानी है। जिसका समाधान आज तक नहीं हुआ। पालिका भी लाखों रुपये का वजट सफाई के नाम पर खत्म कर देती है।

-विशाल गुप्ता, मुहल्ला कोट। जलभराव से निजात दिलाने के लिए शहर से बान नदी तक कई साल से नाला बन रहा है लेकिन, करोड़ों खर्च के बावजूद शहर में जलभराव की समस्या बरकरार है।

शिबली, मुहल्ला कोट।

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