जांच को अमरोहा पहुंची एसआटी, जुटाए सुबूत
सात जुलाई 2018 को देहात थाना क्षेत्र के गांव मेहम्मदी की मंढैया निवासी शीशपाल सिंह का शव हाईवे पर रजबपुर थाना क्षेत्र में टोल प्लाजा के पास पड़ा मिला था। पुलिस ने उसकी मौत का कारण हादसा मानते हुए पोस्टमार्टम कराया था लेकिन स्वजन ने हत्या कर शव फेंके जाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी।
अमरोहा, जेएनएन: मानवाधिकार आयोग के निर्देश पर डीआइजी शलभ माथुर की अध्यक्षता में गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) ने अमरोहा पहुंच कर शीशपाल सिंह की मौत के मामले में जांच की। घटना स्थल का मुआयना किया तथा स्थानीय लोगों के बयान दर्ज किए। लगभग एक घंटा टीम मौके पर रही।
सात जुलाई 2018 को देहात थाना क्षेत्र के गांव मेहम्मदी की मंढैया निवासी शीशपाल सिंह का शव हाईवे पर रजबपुर थाना क्षेत्र में टोल प्लाजा के पास पड़ा मिला था। पुलिस ने उसकी मौत का कारण हादसा मानते हुए पोस्टमार्टम कराया था लेकिन, स्वजन ने हत्या कर शव फेंके जाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। इस मामले में गांव के ही भगवानदास, कपिल व गजेंद्र के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पुलिस ने भगवानदास व कपिल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि गजेंद्र सिंह पुलिस पकड़ से दूर है। गजेंद्र सिंह ने खुद को निर्दोष बताते हुए मानवाधिकार आयोग की शरण ली थी। उसने निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी। इस मामले में मानवाधिकार आयोग ने विशेष जांच दल गठित कर मामले की पड़ताल करने का निर्देश दिया था। फिलहाल इस मामले की जांच सम्भल जनपद में चल रही है। लिहाजा डीआइजी शलभ माथुर की अध्यक्षता में एसएसपी मुरादाबाद पवन कुमार, एसपी ट्रैफिक मुरादाबाद अशोक कुमार व सीओ कोतवाली इंदु सिद्धार्थ की टीम गठित की गई। यह टीम शुक्रवार को मामले की जांच करने अमरोहा पहुंची। यहां टीम हाईवे पर स्थित घटना स्थल पर गई तथा मुआयना किया। बाद में रजबपुर थाना पहुंच कर स्थानीय लोगों के बयान दर्ज किए। कुछ अन्य साक्ष्य भी जुटाए हैं। टीम के साथ मौजूद रहीं एसपी पूनम ने बताया कि एसआइटी ने मौके पर जाकर मुआयना किया तथा साक्ष्य जुटाए हैं। लगभग एक घंटा रुकी टीम वापस लौट गई है। टीम जांच के लिए फिर वापस आ सकती है।