क्वारंटाइन सेंटरों पर कागजों में ड्यूटी कर रही आरबीएसके टीम

अमरोहा क्वारंटाइन सेंटरों में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की भी टीम लगाई गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 10:51 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 10:51 PM (IST)
क्वारंटाइन सेंटरों पर कागजों में ड्यूटी कर रही आरबीएसके टीम
क्वारंटाइन सेंटरों पर कागजों में ड्यूटी कर रही आरबीएसके टीम

अमरोहा : क्वारंटाइन सेंटरों में भर्ती लोगों की देखभाल के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) की टीमों की ड्यूटी लगाई गई थी ताकि स्क्रीनिग व स्वास्थ्य की समय-समय पर जांच की जा सके। टीम की ड्यूटी कागजों तक ही सीमित है। कोई भी सदस्य सेंटर में मरीजों की देखभाल नहीं कर रहा है।

कोरोना आशंकित मरीजों को भर्ती करने के लिए दो जिले में दो क्वारंटाइन सेंटर संचालित हैं। स्वास्थ्य विभाग की माने तो क्वारंटाइन सेंटरों में भर्ती लोगों की देखभाल करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) की टीमों की शिफ्टवार ड्यूटी लगाई गई है। टीम में एक चिकित्सक, एक पैरामेडिकल, एक स्टाफ नर्स और एक फिजियोथैरेपिस्ट होता है ताकि जरूरत पड़ने पर उपचार भी दे सके। क्वारंटाइन सेंटरों में कागजों में ही आरबीएसके टीम की ड्यूटी है। मौके पर कोई भी नहीं पहुंच रहा।

दैनिक जागरण की टीम ने शुक्रवार को क्वारंटाइन वार्डों में भर्ती लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया यहां अगर किसी मरीज की तबियत बिगड़ जाए तो देखने वाला नहीं है। स्वास्थ्य की जांच तो बहुत दूर है कोई क्वारंटाइन में भर्ती लोगों की तरफ आता भी नहीं है।

दो जून से क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती हूं, लेकिन स्वास्थ्य सुविधा जैसी कोई चीज नहीं है। जिस दिन हमे भर्ती किया गया। वहां कोई चिकित्सक नहीं आया है।

शहाना परवीन क्वारंटाइन सेंटर में तीन दिन से भर्ती हूं, भले ही स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों की देखभाल के लिए आरबीएसके टीम की तैनाती की हो, लेकिन यहां कोई भी टीम मौजूद नहीं हैं।

नौशाद। -क्वारंटाइन सेंटर पर स्वास्थ्य टीम तैनात नहीं हैं। तीन दिन भर्ती हुए हो गए। कोई नहीं देखा। अगर यहां भर्ती किसी मरीज की तबीयत बिगड़ जाए तो कोई देखने वाला नहीं है।

मोहम्मद अनस।

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