पुण्यतिथि पर याद किए गए राममनोहर लोहिया

अमरोहा समाजवादी नेता एवं चितक डा राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर सपाइयों ने उनको याद किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 11:39 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 11:39 PM (IST)
पुण्यतिथि पर याद किए गए राममनोहर लोहिया
पुण्यतिथि पर याद किए गए राममनोहर लोहिया

अमरोहा: समाजवादी नेता एवं चितक डा राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर सपाइयों ने उनका भावपूर्ण स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

मंगलवार को सदर विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री महबूब अली के मुहल्ला दानिशमंदान स्थित कैंप कार्यालय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यकर्ताओं ने सबसे पहले उनके चित्र पर माल्यार्पण करते हुए नमन किया। विधायक महबूब अली ने कहा डा. लोहिया का जीवन समाजवादी विचारधारा से ओतप्रोत था। वह समाजवादी आंदोलन के मुख्य स्तंभ थे। आज भी उनके विचारों की प्रासंगिकता कम नहीं हुई है। वह आजीवन सांप्रदायिकता एवं गैरबराबरी के खिलाफ संघर्ष करते रहे। समता मूलक समाज की स्थापना के लिए कटिबद्ध थे। उनका पूरा जीवन संघर्ष की एक बेमिसाल कथा के रूप में चर्चित है।

इस अवसर पर नगराध्यक्ष डा आफताब सैफी, मुख्तार नकवी, दानिश सिद्दीकी, इकरार अंसारी, यामीन फारुकी, आलेमीन सैफी, आदिल रशीद, कमर नकवी, सरताज अहमद, मोनू खान मौजूद रहे।

उधर, लोहिया नगर (मंडी समिति) रोड स्थित सपा के जिला कार्यालय पर भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां जिलाध्यक्ष निर्मोज यादव व अन्य पार्टी पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं ने डा राममनोहर लोहिया के चित्र माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प दोहराया।

इस दौरान पूर्व पालिकाध्यक्ष डा. अफसर परवेज, मुमताज खा, नवनीत कुमार, संजीव यादव, अतीक अहमद, धीर सिंह, राजकुमार यादव, मोहित यादव, शादाब सैफी, अवधेश चौहान मौजूद रहे।

गजरौला : समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्वतंत्रता सेनानी व समाजवादी विचारधारा के पुरोधा डा. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि मनाई। उनके चित्र पर पुष्पार्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

नगराध्यक्ष सचिन यादव ने कहा देश की राजनीति में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान व स्वतंत्रता के बाद ऐसे कई नेता हुए हैं जिन्होंने अपने दम पर शासन का रुख बदल दिया। उनमें से एक डा. राम मनोहर लोहिया थे। उन्होंने देश की राजनीति में भावी बदलाव की बयार आजादी से पहले ही ला दी थी। अपनी प्रखर देशभक्ति और समाजवादी विचारों के कारण वह अपने समर्थकों के साथ ही विरोधियों के बीच भी सम्मान हासिल करते थे। इसलिए उनकी नीतियों और सिद्धांतों पर आगे चलकर राजनीति की समाज की नई दिशा और दशा तय करनी है।

यहां पर हाजी अब्दुल सलाम चौधरी, राजेंद्र सिंह, होरी सिंह जाटव, इश्तियाक मलिक, देवेश शर्मा, नौशाद शेख, कामिल मंसूरी, विनोद दिवाकर, अरुण यादव, संजय प्रजापति, अरमान सिद्दीकी, योगेश उपाध्याय, इदरीश सैफी, मुशाहिद मेवाती, खलील सैफी, अजय पाल यादव, जितेंद्र जाटव, नन्हे शर्मा, रईस मलिक आदि मौजूद रहे।

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