जोया क्षेत्र में भी निकाले गए ताजिये के जुलूस
दस मुहर्रम को क्षेत्र में अजादारों ने ताजिए के जुलूस निकाले। दिनभर के जुलूस के बाद शाम को ताजिए कर्बला में दफन किए गए। इस दौरान नोहा ख्वानी व मरसिया ख्वानी भी की गई।
जोया: दस मुहर्रम को क्षेत्र में अजादारों ने ताजिये के जुलूस निकाले। दिनभर के जुलूस के बाद शाम को ताजियेकर्बला में दफन किए गए। इस दौरान नोहा ख्वानी व मरसिया ख्वानी भी की गई। पतेई खालसा, कनपुरा, नीलीखेड़ी व गंगदासपुर में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे।
शुक्रवार को सुबह से ही क्षेत्र के गांवों में ताजिये के जुलूस निकालने की शुरुआत हो गई। अजादारों ने गांव-गांव ताजिये निकाले तथा नोहा ख्वानी व मरसिया ख्वानी की। घरों में मजलिसें हुई, जिनमें कर्बला के शहीदों का जिक्र किया गया। बाद में यह ताजिए के जुलूस कर्बला पहुंचे तथा शाम को वहां अजादारों ने ताजिये दफन किए। पतेई खालसा व पांयती कलां गांव में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पहले से ही सजग था।
हालांकि सभी गांवों में ताजिये के जुलूस के साथ पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी लेकिन पतेई खालसा में शनिवार से ही भारी मात्रा में फोर्स तैनात की गई थी। शुक्रवार को यहां पर शांतिपूर्वक ताजिये निकाले गए। कुल मिलाकर शाम तक क्षेत्र में पूरी तरह से पुलिस का सुरक्षा चक्र सक्रिय रहा तथा शांतिपूर्वक माहौल में ताजिये के जुलूस निकाले गए। प्रभारी निरीक्षक ऋषिराम कठेरिया फोर्स के साथ दिनभर गश्त करते रहे।