अमरूद का बगीचा लगाएं, सरकार से अनुदान पाएं

अमरोहा कोरोना काल में किसानों के लिए सरकार तरह-तरह की योजनाएं लागू कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 11:59 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 11:59 PM (IST)
अमरूद का बगीचा लगाएं, सरकार से अनुदान पाएं
अमरूद का बगीचा लगाएं, सरकार से अनुदान पाएं

अमरोहा: कोरोना काल में किसानों के लिए सरकार तरह-तरह की योजनाएं लागू कर रही है। अब किसान अमरूद के बगीचे लगाकर अपनी किस्मत चमका सकते हैं। उनको बागवानी के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए उद्यान विभाग ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना शुरू की है। इसके तहत बागवानी करने वाले किसानों को तीन साल तक विभाग की ओर से अनुदान दिया जाएगा।

कोरोना महामारी की वजह से किसानों के सामने भी तमाम परेशानियां खड़ी हो गई हैं। उनकी आय को दोगुना करने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत जनपद को 20 हेक्टेयर जमीन में अमरूद के बाग लगाने का लक्ष्य मिला है। अधिकारियों की मानें तो योजना के तहत बाग लगाने में आई लागत का भुगतान डीबीटी के जरिए किसानों को तीन साल में दिया जाएगा। अमरूद की बागवानी पर 50 प्रतिशत का अनुदान मिलेगा। योजना के लिए किसानों का चयन भी शुरू कर दिया गया है। किसानों से आवेदन मांगे जा रहे हैं। सिचाई पर भी मिलेगा अनुदान

अधिकारियों के मुताबिक किसानों को सिचाई के लिए भी अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना चलाई जा रही है। योजना के तहत स्पि्रंकलर सिचाई और ड्रिप सिचाई पद्धति की इकाइयां लगाने के लिए किसानों को अनुदान मिलेगा। मनरेगा मजूदरों को भी मिलेगा काम

कोरोना काल में किसानों व प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के जरिए रोजगार देने के लिए सरकार ने फलोद्यान योजना चालू की है। इसके तहत किसान योजना का लाभ उठा सकते हैं। उनको बागवानी के तहत गड्ढा खोदाई व अन्य कामों के जरिए मनरेगा से रोजगार दिया जाएगा। इसके अलावा प्रवासी मजदूर भी मनरेगा के अंतर्गत कार्य कर रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। अभी किसानों से आवेदन मांगे गए हैं। इसके बाद उनके चयन की कार्रवाई पूरी की जाएगी। इसके बाद विभाग अन्य प्रक्रियाओं को पूरा कर बाग लगवाने की कार्रवाई चालू करेगा।

त्रिभुवन कुमार, निरीक्षक उद्यान विभाग। सरकार किसानों को लाभान्वित करने के लिए योजनाएं चला रही है। अमरूद के बाग लगाने पर भी उसने किसानों को फायदा पहुंचाने की तैयारी की है। किसानों को योजना का लाभ उठाना चाहिए।

राजीव कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी।

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