सरकारी खरीद केंद्रों पर झोल, किसानों को नहीं मिल रहा तौल का मोल

केंद्र प्रभारियों की मनमानी दे रही बिचौलियों को धान खरीदने का मौका मिल रहा है। फोटो जेप

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 06:57 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 02:34 AM (IST)
सरकारी खरीद केंद्रों पर झोल, किसानों को नहीं मिल रहा तौल का मोल
सरकारी खरीद केंद्रों पर झोल, किसानों को नहीं मिल रहा तौल का मोल

राशिद चौधरी, हसनपुर : सरकारी क्रय केंद्रों पर धान खरीद में अव्यवस्थाएं होने के चलते बिचौलियों को किसानों का धान मनमाने रेट में खरीदने को जगह मिल रही है। गत 13 अक्टूबर को धान बेचने वाले किसानों के खाते में 16 दिन बाद भी भुगतान नहीं पहुंचा है। जिसकी वजह से जरूरत में धान बेचने वाले किसान क्रय केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं। ग्राम करनपुर माफी निवासी किसान देवेंद्र सैनी ने बताया कि 13 अक्टूबर को उन्होंने अपना 30 कुंतल 80 किलो धान मंडी समिति में स्थित एसएफसी के धान क्रय केंद्र पर 1668 रुपये कुंतल बेचा था लेकिन, 29 अक्टूबर तक यानी 16 दिन बाद भी उनके खाते में धनराशि नहीं आई है। 23 अक्टूबर को एक मैसेज जरूर आया, जिसमें शीघ्र ही खाते में भुगतान आने की बात लिखी थी। लेकिन, इसके बावजूद भी अभी तक कोई धनराशि नहीं आई है। बिचौलियों से हमसाज धान क्रय केंद्र प्रभारी कभी बारदाना नहीं, तो कभी लेबर नहीं का बहाना बनाकर किसानों को टरकाते हैं। इसी बीच बिचौलियों को किसानों का धान खरीदने के लिए जगह मिल जाती है और वह मनमाने रेट में नकद पैसा देकर धान खरीद लेते हैं।

-------------- हसनपुर में बारीक धान की हुई है बंपर पैदावार तहसील क्षेत्र में बारीक धान की बंपर पैदावार हुई है। लेकिन, सरकारी धान क्रय केंद्रों पर केवल मोटा धान ही खरीदा जा रहा है। किसानों का कहना है कि क्षेत्र में रूसी, पी 10, सरबती, कावेरी 88 सभी बारीक वैरायटी के दानों की अधिक पैदावार हुई है। जबकि, क्रय केंद्रों पर मोटा धान खरीदा जा रहा है।

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सरकारी धान क्रय केंद्रों पर बारीक धान की खरीद नहीं की जा रही है जबकि, क्षेत्र में बारीक धान की पैदावार अधिक हुई है सभी प्रकार की वैरायटी का धान खरीद आ जाना चाहिए।

समर पाल सिंह, तहसील अध्यक्ष भाकियू असली।

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13 अक्टूबर को सरकारी क्रय केंद्र पर हमने धान बेचे थे। लेकिन, 29 अक्टूबर तक धनराशि खाते में नहीं पहुंची है। किसानों को धान का पैसा समय पर नहीं दिया जा रहा है जिसकी वजह से किसान बिचौलियों को धान बेचने को मजबूर हैं।

देवेंद्र सैनी तहसील अध्यक्ष भाकियू भानु।

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धान क्रय केंद्रों पर अव्यवस्थाओं का बोलबाला हो रहा है। कहीं बारदाना नहीं है तो कहीं लेबर नहीं पहुंच रही है। केंद्र प्रभारी बहाने बनाकर किसानों को टरका रहे हैं और बिचौलिया धान खरीद कर सरकारी क्रय केंद्रों पर बेच रहे हैं।

चौधरी नरेंद्र सिंह प्रांतीय कार्यालय मंत्री भारतीय किसान संघ।

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धान खरीद के लिए सरकार की नीति स्पष्ट होने के बावजूद भी धान क्रय केंद्रों पर किसानों की सुनवाई नहीं हो रही है। बारीक धान खरीदने के लिए केंद्र प्रभारी तैयार नहीं है जिसकी वजह से किसानों को अपना दान बिचौलियों को बेचना पड़ रहा है।

कृष्ण कुमार शर्मा, जिला अध्यक्ष किसान संघ।

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वर्जन -

-- धान क्रय केंद्रों पर नियमानुसार किसानों के धान की खरीद की जा रही है। जो शिकायतें मिलती हैं उनका तत्काल निस्तारण कराया जाता है। किसानों के खाते में 16 दिन में भी धनराशि पहुंचने की जानकारी नहीं है। लापरवाही करने वाले केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - विजय शंकर उपजिलाधिकारी हसनपुर।

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