रिश्तों को और करीब ला रही न्यादर मनौटा आम की खुशबू

राशिद चौधरी हसनपुर गांव मनौटा में एक जमींदार के घर प्राकृतिक रूप से उपजा न्यादर मनौट

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Jul 2020 01:17 AM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 01:17 AM (IST)
रिश्तों को और करीब ला रही न्यादर मनौटा आम की खुशबू
रिश्तों को और करीब ला रही न्यादर मनौटा आम की खुशबू

राशिद चौधरी, हसनपुर : गांव मनौटा में एक जमींदार के घर प्राकृतिक रूप से उपजा न्यादर मनौटा आम डेढ़ सौ साल में विदेशों तक छा गया। इस खास वैरायटी के आम की खुशबू रिश्तों को और करीब ला रही है। आम पकते ही बाग मालिकों के घरों पर रिश्तेदार एवं दोस्त आने शुरू हो जाते हैं। विदेश तक से लोग इस आम का जायका लेने सीजन में हसनपुर पहुंच जाते हैं।

न्यादर मनौटा आम की प्रजाति का जन्म हसनपुर तहसील के गांव मनौटा में लगभग डेढ़ सौ साल पहले जमींदार एवं उस दौर के हकीम युसूफ खां के घर में प्राकृतिक रूप से उगाकर किया गया था। इस पेड़ की परवरिश जमींदार के नौकर न्यादर जाटव ने की थी। फल आने पर जमींदार ने अपने गांव मनौटा का नाम एवं नौकर न्यादर का नाम एक साथ मिलाकर इस आम का नाम न्यादर मनौटा रख दिया था। अपने डेढ़ सौ साल के सफर में यह आम देश के लोगों की खास पसंद बन चुका है। हसनपुर से इस आम की वैरायटी जनपद बुलंदशहर, बिजनौर, मुरादाबाद, मेरठ, गाजियाबाद के साथ साथ प्रदेश भर में फैल चुकी है। आम उत्पादक समिति के सदस्य आमिर अजीज खां के मुताबिक इस आम का पेड़ हर साल फल देता है। 40 से 50 वर्ष पुराने पेड़ भी अभी खूब फल दे रहे हैं। न्यादर मनौटा आम की एक खासियत यह है कि आम खाने के कई घंटे बाद तक इसकी खुशबू आती रहती है। देखने में बहुत छोटा यह आम चाकू से काटकर नहीं खाया जा सकता है। अत्यंत मीठे एवं खुशबूदार आम का जायका चूस कर ही लिया जाता है।

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सऊदी अरब व अमेरिका तक से आते हैं मेहमान

आम उत्पादक नवाब अशरफ खां का कहना है कि न्यादर मनौटा आम का जिनके मुंह जायका लग जाता है। वह बार-बार खाने की तमन्ना रखते हैं। आम के सीजन में देश के विभिन्न शहरों के साथ ही सऊदी अरब तथा अमेरिका तक से मेहमान आम का जायका लेने आते हैं। उधर प्रशासनिक अधिकारी भी ऑर्डर देकर न्यादर मनौटा आम मंगाते हैं। आम उत्पादक यूनुस चौधरी एवं संतोष अग्रवाल का कहना है कि न्यादर मनौटा आम को मार्केट में ले जाकर बेचने की जरूरत नहीं पड़ती। पकते ही बाग में इतने आर्डर आ जाते हैं कि पूर्ति करना मुश्किल रहता है।

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राजीव गांधी ने भी की थी तारीफ

न्यादर मनौटा आम खाकर देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी ने बहुत तारीफ की थी। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष तारिक मुहम्मद खां के छोटे भाई आमिर अजीज खां ने अपने बाग के न्यादर मनौटा आम को दिल्ली ले जाकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को पेश किया था। उन्होंने आम खाकर बहुत तारीफ की थी। आम आदमी के खाने के लिए इक्का दुक्का ठेलों पर अगर आम पहुंच भी जाता है तो ग्राहकों की लाइन लग जाती है।

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