इल्म हासिल कर उस पर अमल जरूरी : मुफ्ती रज्जाक कासमी
अमरोहा आलिमेदीन मुफ्ती अब्दुल रज्जाक कासमी ने फरमाया कि इल्म हासिल करना फर्ज है।
अमरोहा: आलिमेदीन मुफ्ती अब्दुल रज्जाक कासमी ने फरमाया कि इल्म हासिल करना फर्ज है तो इल्म पर अमल करना भी जरूरी। दुनिया अमल करने की जगह है। इसका फल आखिरत में मिलेगा। मुसलमानों को रसूले पाक की सुन्नतों पर अमल कर जिदगी गुजारनी चाहिए।
मुस्लिम कमेटी के तत्वावधान में जश्ने ईद मिलादुन्नबी की 17 दिवसीय तकरीबात के सिलसिले में बुधवार रात मुहल्ला बाजार रज्जाक स्थित मोहम्मदी मस्जिद में जलसा सीरते पाक का आयोजन किया गया। सदारत शफीक अहमद कुरैशी ने की। बतौर मेहमान मुफ्ती अब्दुल रज्जाक कासमी ने जलसे को खिताब फरमाया। उन्होंने तालीम की अहमियत पर तफसील से रोशनी डालते हुए इसे कौम के लिए जरुरी करार दिया। बच्चों को हर हाल में पढ़ाने की नसीहत की। कहा- कुराने पाक में 787 बार तालीम हासिल करने का हुक्म आया है। मौजूदा दौर में कोई भी कौम बिना तालीम के तरक्की नहीं कर सकती। रसूले पाक ने तालीम हासिल करने पर जोर दिया। कहा, आज के दौर में हमें एक रोटी कम खाकर अपनी नस्लों को तालीम •ारूर दिलानी चाहिए। आखिर में मुफ्ती अब्दुल रज्जाक कासमी दुआ कराई। इससे पूर्व जलसे का आगाज तिलावते कुराने पाक से हुआ। मौलाना साद अमरोहवी, हाफि•ा शमीम अहमद, जुबैर इब्ने सैफी व मिर्जा अनस ने नाते पाक पेश की। इस मौके पर कमेटी के सदर हाजी नसीम खान, हाजी खुर्शीद अनवर, सरताज आलम मंसूरी, मंसूर अहमद, हाजी अब्दुल कय्यूम रायनी, हबीब अहमद, कमर नकवी, डॉ. नजमुन्नबी, निराले अंसारी, मरगूब सिद्दीकी, अली इमाम रिजवी, सैयद ओवैस मुस्तफा रिजवी, सूफी निशात, जफर अंसारी मौजूद रहे।