गजरौला-धनौरा में भी झोलाछापों पर कार्रवाई करने में झोल
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गजरौला-धनौरा में झोलाछापों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कराने में खेल कर दिया।
अमरोहा : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गजरौला-धनौरा में झोलाछापों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कराने में खेल कर दिया। टीम ने छापामार कार्रवाई के दौरान 13 मई को 12 क्लीनिक सीज किए थे। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई के नाम पर केवल 10 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
जिले के नोडल अधिकारी बच्चू सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को झोलाछापों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके अनुपालन में डॉ. सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने गजरौला और धनौरा में 13 मई को झोलाछापों के खिलाफ छापामार अभियान चलाया। दोनों जगह 12 अवैध क्लीनिक चलते मिले। डाक्टरी डिग्री व रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर उन्हें सीज कर दिया था।
तभी से झोलाछाप कार्रवाई से बचने के लिए सीएमओ कार्यालय के चक्कर भी लगा रहे थे। इसमें दो झोलाछाप कामयाब भी हो गए। नोडल अधिकारी डॉ. सुरेंद्र सिंह ने 12 की जगह केवल 10 के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज कराई। इससे पहले भी जोया में 14 अवैध क्लीनिक सीज किए गए थे, लेकिन रिपोर्ट दर्ज केवल 12 के खिलाफ हुई। इससे स्वास्थ्य विभाग की तरफ लोगों की उंगलियां उठ रही हैं, जो लाजिमी भी हैं।
जबकि पहले जोया के मामले में नोडल अधिकारी का कहना था कि गलती से 14 फोटो करने से गिनती गलत हो गई। अगर मान भी लिया जाए की पहले मामले में गलती हो गई तो धनौरा और गजरौला के 12 झोलाछापों के खिलाफ क्यों रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई। डॉ. सुरेंद्र सिंह का कहना है कि दो चिकित्सकों ने कागजात दिखा दिए। इस वजह से रिपोर्ट दर्ज नही कराई गई।