किसी ने गन्ना मूल्य वृद्धि को सराहा तो कोई बोला और बढ़ाएं

अमरोहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ने के समर्थन मूल्य में 25 रुपये की बढ़ोत्तरी की है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 01:34 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 01:34 AM (IST)
किसी ने गन्ना मूल्य वृद्धि को सराहा तो कोई बोला और बढ़ाएं
किसी ने गन्ना मूल्य वृद्धि को सराहा तो कोई बोला और बढ़ाएं

अमरोहा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ने के समर्थन मूल्य में 25 रुपये की बढ़ोत्तरी की है जबकि, बिजली के बकाया बिल पर ब्याज माफ कर किसानों को राहत दी है। सरकार से जिस तरह की उम्मीद किसान लगाए बैठे थे, वह अधूरी रह गई है। दैनिक जागरण ने इस मामले में किसानों से बातचीत की तो किसी ने मूल्य वृद्धि को सही करार दिया तो किसी ने और बढ़ाने की बात कही। बिजली बिल पर ब्याज माफी के कदम को सराहा। सरकार को किसान हित में कम से गन्ने का मूल्य 50 रुपये बढ़ाना चाहिए था। आजकल की महंगाई को देखते हुए 25 रुपये कम है। बिजली के बकाए बिल पर ब्याज माफी सही कदम है। बिल

चौधरी सत्यदेव सिंह, गांव मकनपुर। सरकारी उत्पाद महंगे होते जा रहे हैं। ऐसे में गन्ने का मूल्य कम से कम 75 रुपये बढ़ाया जाना चाहिए था। पेट्रोल सौ के पार हो गया है। डीजल भी आंकड़ा छू रहा है।

प्रमोद कुमार, गांव मुहम्मदपुर। किसानों के बारे में सरकार ने सोचा है। यह अच्छी बात है लेकिन, गन्ने का समर्थन मूल्य 25 रुपये बढ़ाना नाकाफी है। इसके बारे में सरकार को फिर से विचार करना चाहिए।

रविद्र सिरोही, शहवाजपुर कलां। मुख्यमंत्री ने किसान हित में घोषणा की है। किसानों का बकाए बिजली बिल पर सरचार्ज माफ होगा तो उनको राहत मिलेगी। गन्ने का समर्थन का बढ़ना काफी हद तक ठीक है।

अनिल कुमार, गांव अहरोई। गन्ने का मूल्य बढ़ाकर सरकार ने ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत को चरितार्थ किया है। सरचार्ज माफी तो सरकार हर साल मार्च माह में करती है। उसको बकाया ही माफ करना चाहिए था।

मुमताज अली, गांव रजाकपुर। गन्ने के मूल्य में 25 की बजाय 75 रुपये की बढ़ोत्तरी होनी चाहिए थी लेकिन, सरकार ने काफी कम रुपये बढ़ाए। बिजली के बकाए पर ब्याज माफी उचित कदम है।

यूनुस अली, गांव दरियापुर।

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