भविष्य की पीढि़यों को रोगों से बचाने के प्रयास में जुटीं हितेश

अमरोहा जिला मुख्यालय से करीब 14 किलोमीटर दूर स्थित गांव चक छावी की रहने वाली हितेश लोगों को रोगों से बचाने के प्रयास में लगी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:32 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 12:32 AM (IST)
भविष्य की पीढि़यों को रोगों से बचाने के प्रयास में जुटीं हितेश
भविष्य की पीढि़यों को रोगों से बचाने के प्रयास में जुटीं हितेश

अमरोहा: जिला मुख्यालय से करीब 14 किलोमीटर दूर स्थित गांव चक छावी की रहने वाली हितेश भविष्य की पीढि़यों को रोगों से बचाने के प्रयास में लगी हैं। रासायनिक खादों के अंधाधुंध प्रयोग से होने वाली बीमारियों के प्रति किसानों को जागरूक कर रही हैं। जिनके सुझावों से प्रेरित होकर क्षेत्र के 150 किसानों ने रासायनिक खादों का प्रयोग बंद कर जैविक खेती को अपना लिया है। इससे किसानों की जिदगी संवर रही है और वह मालामाल हो रहे हैं। जैविक विधि से उगाई जा रही फसल को दूसरे राज्यों में भिजवाने की तैयारी करा रही हैं ताकि, किसानों की आमदनी दोगुनी हो सके।

अमरोहा ब्लाक क्षेत्र के गांव चक छावी की रहने वाले जयपाल सिंह की बड़ी बेटी हितेश चौधरी ने ग्रेजुएशन के बाद डबल एमए व योग में पीजी डिप्लोमा किया है। बताती हैं कि हरिद्वार में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैविक खेती के फायदे बताए थे। जिसको मन में उतारकर ठान लिया था कि अब घर और गांव में जैविक खेती ही कराएंगी। हम सुधरेंगे जग सुधरेगा की तर्ज पर मैनें काम किया। घर से जैविक खेती की शुरूआत की। अच्छा मुनाफा कमाया और फिर अन्य किसानों को भी उसके गुर बताए। साथ ही समझाया कि इस विधि से खेती कर वह खुद व उनके बच्चे बीमारियों से बचेंगे। अगर यह विधि अपनाई तो बच्चे पूरी तरह स्वस्थ रहेंगे। आज हर चीज में मिलावट आ रही है। जिससे शरीर बीमार बन रहा है। कैंसर से लेकर अन्य बीमारियां जद में ले रही हैं। 150 किसान कर रहे हैं जैविक खेती

जैविक खेती को लगातार बढ़ावा देने की बदौलत अब हितेश ट्रेनर बन गई हैं। बताती हैं कि उनके सुझाव के बाद 150 किसान जैविक खेती कर रहे हैं। 300 किसानों को अब तक वह जैविक खेती का प्रशिक्षण दे चुकी हैं। अगर किसान उनसे खेती से संबंधित जानकारी चाहते हैं तो वह बेहिचक बताती हैं। जनपद में किसानों का रुझान जैविक खेती की ओर बढ़ा है। अब किसान अपनी फसल को दूसरे राज्यों में बेच सकेंगे। सरकार ने उनको अनुमति दे दी है। इसके लिए गंगा नाम से लोगों भी जारी किया गया है। जैविक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करने में हितेश का प्रयास सराहनीय है।

राजीव कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी

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