ट्रेन की चपेट में आकर छात्रा की मौत

ट्रेन की चपेट में आकर छात्रा की मौत हो गई। वह साइकिल पर सवार होकर कोचिग जा रही तथा तथा रेलवे क्रासिग पार करते समय वह ट्रेन की चपेट में आई थी। छात्रा की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 11:35 PM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 06:04 AM (IST)
ट्रेन की चपेट में आकर छात्रा की मौत
ट्रेन की चपेट में आकर छात्रा की मौत

अमरोहा: ट्रेन की चपेट में आकर छात्रा की मौत हो गई। वह साइकिल पर सवार होकर कोचिग जा रही तथा तथा रेलवे क्रासिग पार करते समय वह ट्रेन की चपेट में आई थी।

यह हादसा सोमवार को देहात थाना क्षेत्र के गांव सलेमपुर फाटक के निकट 23 नंबर पोल के पास हुआ। डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव नंगला शाहदुल्लापुर में किसान जबरसिंह का परिवार रहता है। उनकी बेटी मोनिका (20) बीएससी की छात्रा थी। वह अमरोहा नगर में कोचिग करती थी। सोमवार सुबह लगभग नौ बजे वह साइकिल पर सवार होकर घर से निकली थी। जब वह देहात थाना क्षेत्र में सलेमपुर रेलवे फाटक के पास पोल नंबर 23 पर पहुंची तो दिल्ली की तरफ से आ रही ट्रेन की चपेट में आ गई। ट्रेन की चपेट में आकर मोनिका की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही देहात थाना पुलिस व जीआरपी भी मौके पर पहुंच गई। मृतका की शिनाख्त कर पुलिस ने हादसे की जानकारी उसके परिजनों को दी। बेटी की मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। रोते-बिलखते परिजन भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। छात्रा की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया है। रेलवे क्रासिग पर इससे पहले भी हो चुकी हैं कई मौत

रेलवे क्रासिग पर फाटक के बावजूद लोगों के लिए जल्दबाजी और लापरवाही खतरनाक साबित हो रही है। सोमवार को फिर जल्दबाजी और लापरवाही में क्रासिग पार करते वक्त बीएससी की एक छात्र को इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ी। जबकि इससे पहले भी कई मौत के मुंह में समा चुके हैं। रेलवे लाइन से जुड़े समस्त संपर्क मार्गों पर रेलवे प्रशासन ने ओवर ब्रिज व क्रासिग लगा रहे हैं। ताकि रेलवे हादसों पर लगाम लगाई जा सके। बावजूद इसके रेलवे क्रासिग पर मौत का सिलसिला बरकरार है। कई वर्ष पहले अतरासी रेलवे क्रासिग पर भी जल्दबाजी और लापरवाही में मां-बेटे और युवती समेत कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं। जिस पर चेते रेलवे प्रशासन को ओवर ब्रिज का निर्माण कराना पड़ा। इसके बावजूद रेलवे क्रासिग पर मौत का सिलसिला बरकरार है। सोमवार को फिर डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव शाहदुल्लापुर के किसान जबर सिंह की बेटी मोनिका की मौत हो गई। वह साइकिल से कोचिग के लिए आ रही थी और जल्दबाजी व लापरवाही में रेलवे क्रासिग पार करते समय जनसाधारण एक्सप्रेस की चपेट में आकर मौत हो गई।

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