जिला पंचायत अध्यक्ष के ताज को बसने लगीं गोटियां
अमरोहा मतगणना होने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद का ताज कब्जाने को गोटियां बसी जाने लगी हैं।
अमरोहा : मतगणना होने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद का ताज कब्जाने को गोटियां बसी जाने लगी हैं। कुल 27 सीटों वाली जिला पंचायत का मुखिया बनने के लिए 14 सदस्यों के समर्थन की जरूरत है। आठ सीटों के साथ सबसे अधिक समर्थित सदस्य सपा खेमे में हैं। इसके बाद सात सीट बसपा व छह सीट भाजपा समर्थित हैं। ऐसे में अगर सभी निर्दलीय सपा को समर्थन दे दें तो उसकी पार्टी का अध्यक्ष आसानी से बन जाएगा। इसके लिए सदर विधायक महबूब अली का खेमा सक्रिय हो गया है। वहीं भाजपा के पूर्व सांसद भी सीट कब्जाने को जोरआजमाइश में लगे हैं। हालांकि उनके सामने निर्दलीयों के साथ ही पार्टी समर्थित सदस्यों को भी अपने खेमे में लाने की चुनौती होगी। कुल मिलाकर दोनों खेमों के बीच गहमागहमी शुरू हो गई है। सदर विधायक महबूब अली की पत्नी सकीना बेगम चौथी बार जिला पंचायत सदस्य बनी हैं। वहीं पूर्व सांसद चौधरी कंवर सिंह तंवर के पुत्र ललित तंवर ने पहली बार चुनावी मैदान में उतरकर जीत के साथ सियासी श्रीगणेश किया है। संख्या बल की बात करें तो सपा के पास सबसे अधिक आठ सदस्य हैं। वहीं भाजपा छह जबकि बसपा ने सात सदस्यों के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इस चुनाव के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा से ललित तंवर जबकि सपा से सकीना बेगम की दावेदारी ही सबसे मजबूत है। सपा खेमा अगर छह निर्दलीयों का भरोसा जीतने में कामयाब होता है तो सकीना के लिए दोबारा जिला पंचायत अध्यक्ष बनना बहुत ही आसान है। इस मामले में उनके पति महबूब अली मंझे हुए सियासी खिलाड़ी भी हैं।
उधर, ललित तंवर के ऊपर उनके पिता पूर्व सांसद कंवर सिंह तंवर के साथ ही सत्ता का हाथ है। इसके चलते निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ ही दल समर्थित कुछ प्रत्याशियों को अपने खेमे में लाना ज्यादा चुनौती भरा काम नहीं है। इस पूरे खेल पर बसपा का खेमा भी बारीकी से नजरें गड़ाए बैठा है। हालांकि अगर सियासी परंपरा की बात करें तो इस सीट पर अब तक वही प्रत्याशी काबिज होते आए हैं जिनके सिर पर सत्ता का हाथ रहा है। हारते ही बगावती तेवर में आए भाजपा के भूपेंद्र
अमरोहा : वार्ड 10 से जिला पंचायत सदस्य के पद पर बसपा प्रत्याशी सोरन सिंह से पराजय मिलते ही भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह ने बगावती तेवर अपना लिए हैं। उन्होंने अपनी ही पार्टी के लोगों पर हरवाने का ठीकरा फोड़ा है। अपनी फेसबुक वॉल पर उन्होंने बगैर नाम लिए भाजपा के पूर्व सांसद कंवर सिंह तंवर पर भी कटाक्ष किया है। उन्होंने लिखा है कि क्या जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए जिले में कोई योग्य नेता नहीं बचा है जो दिल्ली के लोगों को कमान सौंपने के लिए उन्हें हरा दिया गया। उनकी इस पोस्ट से भाजपा खेमे में खलबली मच गई है। इस संबंध में पूछने पर भूपेंद्र सिंह ने कहा कि संगठन के सभी महत्वपूर्ण पदों पर जाति विशेष के लोगों को बैठाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि भूपेंद्र चौधरी की पत्नी सरिता चौधरी निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। इस बार भूपेंद्र चौधरी चुनाव लड़कर इस सीट के लिए खुद को दावेदार मान रहे थे।