रक्षाबंधन पर धराशाई हो गए कोविड- 19 के नियम
गजरौला औद्योगिक नगरी में रक्षाबंधन के पर्व पर कोविड-19 के नियम धराशाई होते हुए नजर आए।
गजरौला : औद्योगिक नगरी में रक्षाबंधन के पर्व पर कोविड-19 के नियम धराशाई होते हुए नजर आए। कारों में न सिर्फ क्षमता के अधिक लोग सवार थे बल्कि शारीरिक दूरी के नियम की भी अनदेखी की जा रही थी। पुलिस भी सतर्कता के नाम पर औपचारिकता निभाती दिखाई दी।
जी हां, रक्षाबंधन के चलते बसों व निजी वाहनों में बेतहाशा भीड़ रही तो वहीं चौपला पर भी आंशिक जाम के हालात बन गए। शारीरिक दूरी के नियमों की अनदेखी की गई। आलम यह रहा कि हसनपुर दिशा, चौपला से रेलवे ब्रिज दिशा, मुरादाबाद दिशा, दिल्ली दिशा चारों तरफ वाहनों व भीड़ ही भीड़ देखने को मिली। इस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रदेश सरकार द्वारा रोडवेज बसों में महिलाओं की यात्रा निशुल्क रहने पर भीड़ रही।
रक्षाबंधन पर डग्गामार वाहनों की भी खूब चांदी रही। उन्हें भी खूब सवारियां मिलीं और उन्होंने मनमाने दाम वसूले। रक्षाबंधन पर उमड़ी भीड़ को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे लोगों में कोरोना वायरस का कोई खौफ ना हो। पुलिस-प्रशासन की भी कोई सतर्कता देखने को नहीं मिली। शारीरिक दूरी की जमकर उड़ीं धज्जियां
मंडी धनौरा : रक्षा बंधन के त्यौहार पर शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ती रहीं तथा पुलिस प्रशासन यातायात नियंत्रण में लगा रहा।
रक्षा बंधन को लेकर उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम द्वारा बसों की व्यवस्था की गई थी लेकिन, भीड़ इतनी ज्यादा थी कि सवारियों को वाहनों के इंतजार में घंटों खड़े रहना पड़ा। आखिरकार जो वाहन आ भी रहे थे तो उनमें भी भीड़ इतनी थी कि उनमें पैर रखने के लिए भी जगह नहीं थी। नतीजन सवारियां एक दूसरे पर सवार थीं तथा शारीरिक दूरी का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा था। पुलिस प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करनें में जुटा रहा। अधिकतर सवारियों के मुंह पर मास्क नहीं था। बावजूद उसके उन्हें किसी के द्वारा भी रोका अथवा टोका नहीं जा रहा था।