भूमि के अभाव में अटका प्रोसेसिग प्लांट का निर्माण
अमरोहा सरकार ने कूड़ा निस्तारण के लिए सात माह पूर्व प्रोसेसिग प्लांट बनाने के लिए 4.50 करोड़ जारी हो चुके हैं।
अमरोहा : सरकार ने कूड़ा निस्तारण के लिए सात माह पूर्व प्रोसेसिग प्लांट बनाने के लिए 4.50 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए लेकिन, भूमि नहीं मिलने के कारण अभी तक प्लांट नहीं बन सका है। इससे नगर का कूड़ा-कचरा अभी भी ट्रंचिग ग्राउंड में ही डाला जा रहा है। इससे शहर प्रदूषण तो दूषित हो ही रहा है। वहीं संक्रामक बीमारियों के फैलने की भी आशंका बनी है।
अमरोहा शहर 34 वार्डों में बंटा हुआ है। इसकी आबादी लगभग 2.50 लाख के करीब है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक नगर से रोजाना 79 मीट्रिक टन कूड़ा-कचरा निकलता है। कूड़े-कचरे का स्थाई निस्तारण नहीं होने के चलते पालिका अकबरपुर पट्टी स्थित आठ बीघा भूमि में डंप करती है। वह भी कूड़े से अट चुका है। इससे शहर का पर्यावरण दूषित हो रहा है। नगर में कूड़ा निस्तारण को प्रोसेसिग प्लांट लगवाने के लिए अभी तक किसी जनप्रतिनिधि व अफसर ने पहल नहीं की थी, लेकिन अधिशासी अधिकारी मणि भूषण तिवारी ने पिछले वर्ष कूड़ा निस्तारण के लिए प्रोसेसिग प्लांट लगवाने के लिए शासन से धनराशि की मांग की थी।
शासन ने उसे सात माह पूर्व मंजूरी दे दी ओर भूमि खरीदने के लिए पहली किस्त में 4.50 करोड़ रुपये की धनराशि भी जारी कर दी लेकिन, तमाम प्रयासों के बावजूद अभी तक भूमि नहीं मिली है। इसके चलते प्रोसेसिग प्लांट का निर्माण अटका हुआ है। ईओ मणि भूषण तिवारी ने बताया भूमि ढूंढने का प्रयास जारी है। अकबरपुर पट्टी में लगवाया जाएगा प्रोसेसिग प्लांट
अमरोहा : पालिका ईओ मणि भूषण तिवारी ने बताया कि अभी तक जहां शहर का कूड़ा-कचरा डंप किया जा रहा है। उसको खाली कराकर प्रोसेसिग प्लांट लगवाकर कूड़े-कचरे का निस्तारण कराया जाएगा। इसके अलावा वार्ड स्तर पर भी कूड़ा निस्तारण की योजना है। इसमें वार्ड स्तर पर कंपोस्ट मशीन लगवाकर कूड़े का निस्तारण कराया जाएगा। इससे पालिका की आमदनी भी बढ़ेगी।