वोट की अदला-बदली बदल न दे समीकरण
हसनपुर पंचायत चुनाव में इस बार बड़े पैमाने पर वोट की अदला-बदली की चर्चाएं चल रही हैं।
हसनपुर : पंचायत चुनाव में इस बार बड़े पैमाने पर वोट की अदला-बदली की चर्चाएं चल रही हैं। ग्राम प्रधान के साथ जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत का चुनाव लड़ने वाले अधिकांश प्रत्याशी स्थानीय हैं। प्रत्याशियों ने चुनाव में जीत दर्ज कराने के लिए मतदाताओं का दिल जीतने को हर हथकंडा अपनाया। मतदाताओं को रिझाने के लिए शराब, कबाब व मिठाई वितरण तक किया गया। अंतिम रात में वोट की अदला-बदली के रस्मे वादे भी हुए हैं।
चर्चा है कि कहीं जिला पंचायत में वोट देने के बदले प्रधान पद के उम्मीदवार को रिश्तेदारों के वोट दिलवाए गए तो कहीं प्रधान में वोट देने की एवज प्रधान पक्ष के वोट जिला पंचायत के पक्ष में डलवाने की चर्चाएं चल रही हैं। वोट की अदला बदली से कुछ प्रत्याशी अपने जहां अपने मंसूबे में कामयाब होंगे तो कुछ के जीत के आंकड़े बदल भी सकते हैं। चर्चा के मुताबिक खादर क्षेत्र में प्रत्याशियों के रिश्तेदारों ने वोट की बड़े पैमाने पर अदला बदली की है। कमाल, तंवर व महेंद्र की प्रतिष्ठा दांव पर
जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में प्रत्याशियों के साथ ही कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है। क्योंकि, उनके अपने स्वजन व रिश्तेदार भी चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें जिला पंचायत के वार्ड 16 से पूर्व सांसद चौधरी कंवर सिंह तंवर के बेटे ललित तंवर, विधायक महेंद्र सिंह खडगवंशी के ममेरे भाई महेश खड़गवंशी की पत्नी द्रोपदी वार्ड 17 से तथा सपा के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर के साले नदीम चौधरी वार्ड 21 से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। तीनों नेताओं ने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करने के साथ अपनों को जिताने के लिए भी पूरी ताकत झोंकी है। क्षेत्र की जनता की निगाहें भी दिग्गजों के स्वजन के चुनाव परिणाम पर टिकी हुई हैं।