पैंटून पुल पर गिरी बाइक, नहर में गिरने से बचे ग्रामीण, हंगामा

जेएनएन, गजरौला। रामगंगा पोषक नहर के पुल पर बने पैंटून पुल को चालू हुए अभी पांच ही दिन बीते हैं कि यह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Jan 2021 12:28 AM (IST) Updated:Wed, 06 Jan 2021 12:28 AM (IST)
पैंटून पुल पर गिरी बाइक, नहर में गिरने से बचे ग्रामीण, हंगामा
पैंटून पुल पर गिरी बाइक, नहर में गिरने से बचे ग्रामीण, हंगामा

जेएनएन, गजरौला। रामगंगा पोषक नहर के पुल पर बने पैंटून पुल को चालू हुए अभी पांच ही दिन बीते हैं कि यहां पर हादसे होने लगे हैं। पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से में फंसकर बाइक गिर गई। जिस पर सवार दो ग्रामीण भी नहर में गिरने से बच गए। घटना के बाद भड़के ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। मौके पर मौजूद सिचाई विभाग के कर्मी से नोकझोंक भी हुई।

खादर क्षेत्र में रामगंगा पोषक नहर पर बने पैंटून पुल के निर्माण में हुई खानापूर्ति से ग्रामीणों की जान भी जोखिम में है। मंगलवार को पुल पर एक बड़ा हादसा होने से बच गया। गांव शीशोवाली निवासी धर्मपाल सहित दो ग्रामीण बाइक पर सवार होकर चकनवाला गांव की तरफ आ रहे थे। यहां पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से में फंसाने पर बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। उस पर सवार दोनों ग्रामीण भी नहर में गिरने से बाल-बाल बच गए। हादसे के बाद भड़के ग्रामीणों ने पुल के निर्माण में खानापूर्ति का आरोप लगाते हुए सिचाई विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। हादसे के बाद मौके पर मौजूद विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मी खालिद से भी नोकझोंक हुई। प्रदर्शन करने वालों में डॉ. नफीन, चंद्रपाल सिंह, श्यामशरण, लीलावती, विनोद कुमार, विजेंद्र सिंह, विजयपाल सिंह, कैलाश, निवेश कुमार, रितु सिंह, सोनू कुमार आदि मौजूद रहे। सिचाई विभाग के जेई वीर सिंह ने बताया कि बारिश होने की वजह से पुल पर समस्या आ रही है। अब पुल पर फिर से मिट्टी बगैरा डालकर उसे समतल कराया जाएगा। दरअसल, ग्रामीणों से मना करने के बाद वह भारी वाहन पुल पर लेकर चल रहे हैं। इसलिए पुल की स्थिति बिगड़ती है।

पांच लाख से हुई पुल की मरम्मत

गजरौला: रामगंगा पोषक नहर पर लगाए गए पैंटून पुल की मरम्मत करने में लगभग पांच लाख रुपये का बजट लगा है। हालांकि सिचाई विभाग द्वारा कितना बजट लगा। इसके बारे में फिलहाल जानकारी नहीं है। लेकिन, पुल की मरम्मत करवाने वाले ठेकेदार अनूप सिंह ने बताया कि लगभग पांच लाख रुपये की लागत लगी है। बारिश के बाद अब दोबारा से मिट्टी डलवाई जाएगी।

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