कांवड़ के लिए हरिद्वार रवाना हो रहे जत्थे के जत्थे
गजरौला : महाशिवरात्रि पर्व 11 मार्च को है। इसके नजदीक आते ही शिवभक्त क्षेत्र के प्रमुख शिवालयों पर ज
गजरौला : महाशिवरात्रि पर्व 11 मार्च को है। इसके नजदीक आते ही शिवभक्त क्षेत्र के प्रमुख शिवालयों पर जलाभिषेक करने के लिए कावंड़ यात्रा को हरिद्वार रवाना हो रहे हैं। पिछले कई दिनों से यह सिलसिला चल रहा है। शनिवार की रात हरिद्वार जाने वालों की सर्वाधिक भीड़ सड़कों पर नजर आने से पुलिस भी मुस्तैद दिखाई दी।
हरिद्वार स्थित गंगा नदी से कांवड़ लाने के लिए गजरौला से काफी लोग रवाना हो रहे हैं। स्थानीय जत्थों के अलावा बुलंदशहर, अनूपशहर, गढ़मुक्तेश्वर, ब्रजघाट, स्याना, गवां, सम्भल, बबराला, बदायूं, अलीगढ़ तक के जत्थे गजरौला होकर हरिद्वार के लिए रवाना हो रहे हैं। वैसे इन शिव भक्तों का हरिद्वार जाने का क्रम पिछले कई दिनों से चल रहा है लेकिन शनिवार की रात इनकी सड़कों पर खासी भीड़ व आवाजाही नजर आई। कुछ श्रद्धालु संबंधित क्षेत्रों से ही निजी व रोडवेज बसों से गजरौला होकर हरिद्वार की तरफ कूच कर रहे हैं तो कुछ यहां पहुंचकर डग्गामारी में चलने वाले वाहनों से हर हर महादेव के उदघोष के साथ रवाना हो रहे हैं।
शनिवार की रात चौपला, हसनपुर रोड, इंदिरा चौक-थाना चौराहा, भानपुर रेलवे फाटक पर खासी भीड-भाड़ रहने से पुलिस भी मुस्तैद रही। चूंकि हरिद्वार जाने के लिए वाहन नहीं मिलने पर शिव भक्त नाराजगी प्रकट करते हुए हंगामा भी कर रहे थे। महाशिवरात्रि नजदीक आने पर सोमवार से कांवड़ यात्रा का आगमन भी आरंभ हो जाएगा। जलाभिषेक को शिवालयों पर होने लगी तैयारी
गजरौला : महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक को लेकर तैयारी शुरू हो गई हैं। खासतौर से प्राचीन चाकेश्वर धाम पर मंदिर व परिसर में साफ-सफाई की जाने लगी है। यहां जलाभिषेक करने व कांवड चढ़ाने को हजारों की संख्या में शिवभक्त पहुंचते हैं। इसी तरह गंगा प्याऊ शिव मंदिर, बस्ती, चौपला, लक्ष्मी नगर, नवादा, नगला माफी, कांकाठेर इत्यादि स्थानों पर स्थित शिव मंदिरों पर भी जलाभिषेक की तैयारी शुरू हो गई है। नौ व दस में हाईवे पर भारी वाहनों का रूट डायवर्जन हो सकता है लागू
गजरौला : कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा की ²ष्टि से अभी तक पुलिस -प्रशासन ने भारी वाहनों के रूट डायवर्जन की कोई घोषणा नहीं की है लेकिन नौ व दस दिसंबर को बिजनौर रोड व नेशनल हाईवे पर भारी वाहनों के लिए रूट डायवर्जन किया जा सकता है। बुलंदशहर, सम्भल इत्यादि क्षेत्रों के काफी जत्थे बिजनौर, मंडी धनौरा के रास्ते गजरौला पहुंचकर यहां से हसनपुर व ब्रजघाट होकर गुजरते हैं। उनकी संख्या हजारों में होने के कारण हादसे की आशंका को देखते हुए भारी वाहनों का रूट डायवर्जन किया जाता है। हालांकि अभी स्थानीय पुलिस रूट डायवर्जन का कोई आदेश मिलने से इन्कार कर रही है।