वृंदावन से आए कलाकारों ने शुरू किया रामलीला का मंचन

गजरौला औद्योगिक नगरी की बस्ती में होने वाली रामलीला का मंचन वृंदावन से आए कलाकारों ने शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 10:38 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 10:38 PM (IST)
वृंदावन से आए कलाकारों ने शुरू किया रामलीला का मंचन
वृंदावन से आए कलाकारों ने शुरू किया रामलीला का मंचन

गजरौला : औद्योगिक नगरी की बस्ती में होने वाली रामलीला का मंचन वृंदावन से आए कलाकारों ने शुरू कर दिया। पूजा-अर्चना के बाद रामलीला शुरू हो गई।

श्री रामलीला प्रबंध समिति बस्ती के तत्वाधान में रमाशंकर कौशिक स्मृति पार्क /रामलीला मैदान में 93वां रामलीला महोत्सव रविवार की शुरू हो गया। यहां पर कमेटी के लोगों ने आरती के बाद वृंदावन से आए कलाकारों ने नारद मोह, पृथ्वी पुकार, रावण-कुम्भकर्ण-विभीषण का तप , बृह्मा के वरदान देने से लेकर सीता एवं राम जन्म की लीला का मंचन किया गया। यहां पर अध्यक्ष राम प्रकाश गर्ग, उपाध्यक्ष सोनू गर्ग, प्रबंधक डॉ. आशुतोष भूषण शर्मा, कोषाध्यक्ष डॉ. निरंजन प्रसाद गर्ग, महामंत्री विपिन कौशिक, प्रेम शंकर गर्ग, जनार्दन कौशिक, मंत्री योगेंद्र कुमार बंटू, रामनिवास अग्रवाल, संजय सिघल, प्रमोद सिघल, संजीव सिघल, राहुल गोयल, गौरव गोयल, अजय सिघल, गिरीश विश्वकर्मा, पंकज कौशिक, नितिन बंसल, राघव गौड़ आदि मौजूद रहे। उधर, रेलवे स्टेशन की रामलीला में भरत आगमन, भरत कैकई संवाद, पादुका ग्रहण ,खरदूषण वध, रावण मारीच संवाद और सीता हरण की लीला का मंचन किया गया। भगवान राम ने किया खरदूषण का वध

मंडी धनौरा: श्रीरामलीला प्रबंध समिति महादेव के तत्वावधान में चल रही रामलीला में आज शूर्पनखा की नाक काटने व खरदूषण वध का मंचन कलाकारों द्वारा किया गया। भरत के अयोध्या वापस लौटने के बाद राम लक्ष्मण व सीता चित्रकूट से आगे वनों की ओर प्रस्थान करते है। जहा रावण की बहन शूपर्णखा विचरण करती हुई पहुंचती है। यहां वह राम के रूप को देखकर मोहित हो जाती है। वह उनके समक्ष शादी का प्रस्ताव रखती है। अपने आपको शादीशुदा बताकर राम शूपर्णखा को लक्ष्मण की तरफ भेज देते है। लक्ष्मण भी शूपर्णखा के शादी के प्रस्ताव को ठुकरा देते है। इससे क्रोधित होकर वह माता सीता पर हमला करने जाती है। राम की आज्ञा पाकर लक्ष्मण शूपर्णखा की नाक काट देते है। इसके बाद वह चीखती चिल्लाती हुई अपने भाई खरदूषण के पास पहुंचती है। बहन को रक्तरंजित देखकर खरदूषण क्रोधित होकर राम लक्ष्मण को युद्ध के लिए ललकारते है। राम लक्ष्मण खरदूषण का वध कर देते है। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष अजय गोयल, रूपक अग्रवाल, अशोक घरोटिया, राजीव अग्रवाल, नरेन्द्रसिंह, दिनेश पंवार, प्रदीप शर्मा आदि मौजूद थे।

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