व्यवस्थाएं बाढ़ खंड की चौकी में कैद, गेट पर अनदेखी का ताला

गजरौला भले ही मां गंगा के विकराल रूप को देखकर किनारे पर बसे गांवों की अवाम खौफ में है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 12:50 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 12:50 AM (IST)
व्यवस्थाएं बाढ़ खंड की चौकी में कैद, गेट पर अनदेखी का ताला
व्यवस्थाएं बाढ़ खंड की चौकी में कैद, गेट पर अनदेखी का ताला

गजरौला : भले ही मां गंगा के विकराल रूप को देखकर किनारे पर बसे गांवों की अवाम खौफ में हो लेकिन, बाढ़ खंड विभाग का निजाम पूरी तरह से आराम में है। क्योंकि उत्तराखंड की चेतावनी के बाद भी बाढ़ खंड विभाग के अधिकारी अलर्ट मोड में नहीं हैं। इसलिए चौकी पर ताला लटका है और व्यवस्थाएं उसके अंदर कैद हैं।

17 व 18 अक्टूबर को उत्तराखंड व उत्तर-प्रदेश में रिकार्ड तोड़ बारिश हुई। उसी बारिश की बदौलत दोनों राज्यों में तबाही जैसा मंजर बना हुआ। स्कूल बंद और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर भी ब्रेक लग गया। हालात बेकाबू होने पर कालागढ़ डैम से भी गंगा, रामगंगा किनारे के जनपद अमरोहा, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर व फर्रुखाबाद में अलर्ट जारी करते हुए बाढ़ के बचाव वाले इंतजाम जुटाने के लिए कहा था।

मंगलवार की रात को अलर्ट के मुताबिक ऐसे हालत देखने को भी मिले। खादर के गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया और सड़क तालाब बन गईं। तिगरी में घाट डूब गए और पुरोहितों की झोपड़ियां बह गईं। कटान भी तेजी से हो रहा है। इसके बावजूद व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हुआ। दैनिक जागरण ने जब अलर्ट जारी होने के बाद बाढ़ खंड विभाग की मुस्तैदी की पड़ताल की तो बुरे हालात मिले। तिगरी में बाढ़ खंड की चौकी बंद थी। तिगरी के मुंत्याज खान ने बताया 15 अक्टूबर के बाद से कोई कर्मचारी यहां नहीं पहुंचा है। कटान रोकने के लिए बने लोहे के जाल चौकी पर शोपीश बने हैं। जलस्तर नापने को लगाया गया गेज भी गायब है। गांवों में अलर्ट रहने की मुनादी भी कागजों में हो गई।

गांव मंदिर वाली भुड्डी के रहने वाले विजयपाल ने बताया कि गांव में कोई मुनादी नहीं कराई है। गांव दारानगर के रहने वाले मंगत सिंह ने बताया कि नाव के सहारे ही लोग आ जा रहे हैं। प्रशासन ने पानी भरे रास्ते में निकालने के लिए कोई इंतेजाम भी नहीं है। पैदल ही ग्रामीण जा रहे हैं। भेजा गया कर्मचारी : एसडीओ

गजरौला : बाढ़ खंड विभाग के एसडीओ रामलाल सिंह ने बताया कि अलर्ट जारी होने के बाद तिगरी में बाढ़ खंड की चौकी पर कर्मचारी को भेजा गया है। चूंकि 15 अक्टूबर के बाद निगरानी का काम खत्म हो जाता है। इसलिए कर्मी वहां से चला गया था। अब चौकी खुलवा दी गई है।

chat bot
आपका साथी