गंगा के तट पर चार किमी तक श्रद्धालुओं का बसेरा
वीरानगी में तब्दील रहने वाले गंगा मैया का तट अब श्रद्धालुओं से पूरी तरह अट गया है। चूंकि लगभग चार किमी में दूर दूर तक तंबुओं की श्रृंखला नजर आने लगी है। पूरे क्षेत्र में श्रद्धालुओं का बसेरा हो गया है।
तिगरीधाम: गंगा मैया का तट अब चार किलोमीटर दूरी में श्रद्धालुओं के तंबुओं की श्रृंखला नजर आने लगी है। मंगलवार को भी श्रद्धालुओं का मेला स्थल की ओर आगमन का सिलसिला जारी रहा।
गंगा किनारे पर आयोजित तिगरी गंगा मेले में श्रद्धालुओं ने यूं तो 15 नवंबर से ही गंगा तट की ओर जाना शुरू कर दिया था, मगर जैसे जैसे मेला अपनी मुख्य तिथि की ओर बढ़ रहा है, वैसे वैसे ही श्रद्धालुओं का कारवां बढ़ रहा है। गंगा की रेतीली जमीन अब तंबुओं की नगरी में तब्दील हो गई है।
झूले व सर्कस का लेने लगे आनंद
तिगरीधाम : श्रद्धालुओं मेले में खरीददारी भी प्रारंभ कर दी है। मंगलवार को मेले के नीलकंठ द्वार मार्ग, भागीरथ मार्ग के बाजारों सहित मीना बाजार, खेल खिलौने, किसानों के सामान की दुकानों, महिलाओं के सौन्दर्य प्रशासन, चांट पकौड़ी, आईसक्रीम आदि की दुकानों पर भारी भीड़ लगी रही, जबकि खेल तमाशे भी शुरू हो गए हैं। मौत का कुंआ, नाव झूला, रेल, ब्रेक डांस झूला, काला जादू, सर्कस आदि के शो शुरू हो गए हैं।