19.79 लाख हजम कर गए तीन प्रधान व पंचायत सचिव
अमरोहा जनपद की तीन ग्राम पंचायतों में 19 लाख 79 हजार 445 रुपये की घपलेबाजी पकड़ी गई है।
अमरोहा : जनपद की तीन ग्राम पंचायतों में 19 लाख 79 हजार 445 रुपये की घपलेबाजी पकड़ी गई है। तत्कालीन प्रधान व पंचायत सचिव ने साठगांठ कर यह धनराशि खर्च की लेकिन, उसका कोई बिल व वाउचर उपलब्ध नहीं कराया। आडिट में गड़बड़झाले का पर्दाफाश हुआ। ज्येष्ठ लेखा परीक्षक ने इसे गबन मानते हुए प्रधान व सचिव से बराबर की वसूली करने के लिए कहा है। इस पर डीपीआरओ ने नोटिस जारी किया है।
ग्राम पंचायत खेड़ा की तत्कालीन प्रधान अनीसा व पंचायत सचिव विपिन यादव ने वर्ष 18-19 में इलाहाबाद बैंक शाखा बड़ा बाजार के खाता संख्या 20898507643 द्वारा 34,13,767 रुपये आहरित किए थे लेकिन, उसके सापेक्ष विभिन्न कार्यों पर 17,07372 रुपये ही खर्च किए गए। शेष 17,06,395 रुपये का कोई भी बाउचर, व्यय प्रमाणक किसी भी कार्य के लिए लेखा परीक्षा में प्रस्तुत नहीं किया। इस पर ज्येष्ठ लेखा परीक्षक सत्यप्रकाश शर्मा ने कहा है कि यह धनराशि दोनों ने निकाल ली है। उप्र पंचायत राज लेखा मैनुअल के नियम यह अपहरण/गबन की श्रेणी में आता है। इसकी वसूली दोनों से बराबर की जाए।
ग्राम पंचायत गालिबबाड़ा में तत्कालीन प्रधान अनुज व पंचायत सचिव विपिन यादव ने हैंडपंप रिबोर व मरम्मत आदि कार्य के लिए 1,35,704 रुपये निकाले लेकिन, उनका कोई बिल व बाउचर लेखा परीक्षा में पेश नहीं किया गया। इसी तरह कलामपुर ग्राम पंचायत के तत्कालीन प्रधान अजय कुमार व सचिव विपिन यादव ने 1,37,346 रुपये हैंडपंप रिबोर व मरम्मत आदि कार्यों पर खर्च के लिए निकाले किन्तु उनका कोई व्यय प्रमाणक लेखा परीक्षा में प्रस्तुत नहीं किया। इसे भी आडिटर ने गबन माना है और अधिकारियों को वसूली के लिए कहा है। तत्कालीन प्रधानों व पंचायत सचिव द्वारा खर्च धनराशि के व्यय का कोई ब्योरा नहीं दिया गया। इसलिए उनको नोटिस जारी कर पांच अक्टूबर तक का समय दिया है। इसके बाद भी वह खर्च के अभिलेख नहीं देते हैं तो वसूली होगी।
वाचस्पति झा, डीपीआरओ।