आखिरकार नहरों में आ गया पानी
- नहरों में पानी आने पर किसानों के मुर्झाए चेहरे खिले
अमेठी : नहरों में पानी न होने के कारण किसान अपने खेतों की सिचाई की समस्या को लेकर परेशान थे। किसानों की इस प्रमुख समस्या को दैनिक जागरण ने 27 फरवरी के अंक में नहरों में नहीं पानी, कैसे हो फसल की सिचाई, किसान परेशान शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिलाधिकारी अरुण कुमार के आदेश के बाद गुरुवार को नहरों में पानी आने पर किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे और किसानों ने फसलों की सिचाई शुरू कर दी।
जगदीशपुर विकास क्षेत्र सहित पूरे जनपद में वर्तमान समय में गेंहू की अंतिम सिचाई की आवश्यकता थी। बहुत से किसानों के लिए नहर का पानी ही मात्र एक विकल्प है,जब कि इस क्षेत्र में तीन फरवरी से नहरों का पानी बंद था और नहरों में धूल उड़ रही थी। किसानों के खेतों में गेंहू की बालियां निकल रही है तो कुछ की निकल चुकी हैं।
जिलाधिकारी ने सिचाई विभाग के जिम्मेंदारों को नहरों में शीघ्र ही पानी छोड़ने के आदेश दिए थे।डीएम के आदेश के बाद अब नहरों में पानी आ गया है। नहरों में पानी देख किसान खुशी से झूम उठे। खेतों की सिचाई करना शुरू कर दिया है। सूख रही फसलें भी खिल उठी। - राहत की कहानी, किसानों की जुबानी
पलिया पश्चिम के कल्लू पासी व गढी के राकेश तिवारी ने बताया कि नहरों में पानी न आने से किसानों की फसल सूख रही थी। यदि समय से पानी नहीं आता तो फसलें सूख जाती। पानी आते ही खेतों की सिचाई शुरू कर दी गई है।किसानों ने दैनिक जागरण व जिला प्रशासन का आभार प्रकट किया है। पूरे शंभू गांव के किसान सोहराब व पलिया पश्चिम के रमेश तिवारी ने बताया कि नहरों में पानी न आने से गेहूं की फसल खराब हो रही थी। जिससे पैदावार भी प्रभावित हो रही थी। फसलों की सिचाई को लेकर किसान चितित थे। पानी आते ही सिचाई की जा रही है, अब फसलों को फायदा मिलेगा। इलाके के किसानों ने जागरण की इस पहल का स्वागत किया है।
- शासन की प्राथमिकता में हैं किसान
जिलाधिकारी अरुण कुमार ने कहाकि किसान व किसानी शासन की प्राथमिकता में है। किसानों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण का आदेश सभी विभागों के प्रमुखों को दिया गया है।''
अरुण कुमार, डीएम अमेठी