क्रय केंद्रों के कांटे लॉक, किसान निराश

कांटा संचालन की अनुमति नहीं मिली। ऐसे में किसान धान कहां बेचे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 12:08 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 12:08 AM (IST)
क्रय केंद्रों के कांटे लॉक, किसान निराश
क्रय केंद्रों के कांटे लॉक, किसान निराश

अमेठी : क्रय केंद्रों पर धान खरीद बंद होने से किसान परेशान हैं। दरअसल, लक्ष्य से ज्यादा धान खरीद होने पर शासन के निर्देश पर कांटे लॉक कर दिए गए हैं। इससे निराश किसान अपनी उपज लेकर लौट रहे हैं। इन हालात में धान बेचने के लिए किसान कहां जाएं।

सरकारी दर पर धान खरीद करने के लिए शासन ने जिले को एक लाख दस हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य दिया था। इसके लिए 58 क्रय केंद्र खोले गए थे। गत 15 सितंबर से खरीद शुरू हुई। ऑनलाइन पंजीकरण के बाद किसानों को टोकन नंबर भी दिए गए। लंबी कतार और क्रय केंद्रों पर कई दिनों तक डेरा डालने के बाद भी बड़ी संख्या में किसानों से धान की खरीद नहीं हो सकी। ऐसे में किसान अपनी बारी का इंतजार करते रहे।

इसी बीच शासन ने 20 जनवरी को प्रत्येक खरीद केंद्र पर तौल के लिए लगे दो कांटों में एक को बंद कर दिया। इसके बाद भी केंद्रों पर किसानों की संख्या कम नहीं हो सकी। बहरहाल, 23 फरवरी तक जिले में 23310 किसानों से 119394.15 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है, जो कि लक्ष्य का 108.54 फीसद है। इसी क्रम में गत 16 फरवरी से सभी तौल कांटे बंद करने का मौखिक आदेश मिला। इससे किसान और परेशान हो गए।

वहीं, जिले की विपणन खरीद केंद्र पर धान की खरीद की जा रही है। लंबी कतार के साथ 28 फरवरी को धान खरीद की समय सीमा पूरी हो जाएगी। ऐसे में किसान अपने धान के साथ क्रय केंद्र से लौटने को मजबूर हैं।

रोहंसीबुजुर्ग के किसान ओंकार सिंह ने बताया कि वह पांच दिन से धान लेकर खरीद केंद्र पर खड़े हैं। रमईपुर के रामेश्वर प्रसाद शुक्ल सहित तमाम किसान धान से लदी ट्रैक्टर-ट्राली लेकर क्रय केंद्र पर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। सरायभगमानी के किसान रामधन यादव को टोकन मिलने के बाद भी नंबर नहीं आया। इस संबंध में जिला खाद्य विपणन अधिकारी बीसी गौतम ने बताया कि कांटा संचालन के लिए अनुमति नहीं मिल सकी है।

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