दागियों पर मेहरबानी सीएम के आदेश की हो रही नाफरमानी

दागियों को महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती न देने का मुख्यमंत्री

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 11:10 PM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 11:10 PM (IST)
दागियों पर मेहरबानी सीएम के आदेश की हो रही नाफरमानी
दागियों पर मेहरबानी सीएम के आदेश की हो रही नाफरमानी

अमेठी : दागियों को महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती न देने का मुख्यमंत्री का आदेश जिले में हवा-हवाई साबित हो रहा है। अपनी कारगुजारी के चलते स्वाट टीम प्रभारी के रूप में निलंबन झेल चुके अखिलेश गुप्ता पीपरपुर कोतवाली की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वहीं हिरासत में मौत के आरोपित रहे धीरेंद्र वर्मा एसओजी के प्रभारी बने हुए हैं। दागियों के सहारे ही अमेठी पुलिस अपराध रोकने और मित्र पुलिस बनने का दंभ भरती नजर आ रही है।

हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने निर्देश दिया है कि पुलिस महकमे में किसी भी दागी पुलिस कर्मी को महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती न दी जाए, लेकिन अमेठी में तो सीएम का आदेश बेमानी साबित होता दिख रहा है। जिले के प्रतापगढ़ व सुलतानपुर सीमा को छूती हुई कोतवाली पीपरपुर का प्रभारी अखिलेश गुप्ता को बनाया गया है। यह वही अखिलेश हैं जिन्होंने स्वाट टीम प्रभारी रहते हुए 14 मई 2019 की देर शाम अमेठी के अंबेडकर तिराहे पर कार सवार युवकों को असलहा बरामदगी के फर्जी केश में फंसाने का प्रयास किया था। इसमें हुए बवाल में यह पिट भी गए थे जिसके बाद अमेठी विधायक गरिमा सिंह द्वारा मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करने पर एसपी ने सीओ अमेठी से मामले की जांच कराई। जांच में दोषी मिलने पर तत्कालीन एसपी ने अखिलेश गुप्ता सहित टीम के सात पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था।

अब आते हैं स्वाट टीम प्रभारी धीरेंद्र वर्मा पर। 25 अगस्त 2019 को इन्होंने चौकी प्रभारी इन्हौना रहते हुए एक दलित युवक को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया। युवक की जमकर पिटाई कर शिवरतनगंज थाने के कोतवाली लाकअप में डाल दिया जहां उसकी मौत हो गई। मामले में तत्कालीन एसपी ख्याति गर्ग ने धीरेंद्र वर्मा के साथ ही कोतवाली प्रभारी ज्ञान चंद्र शुक्ला को निलंबित कर दिया। और पुलिस की लापरवाही से हुई मौत का मुकदमा भी दर्ज कराया था।

ट्रांसफर के बाद भी जमे कई पुलिस कर्मी

कई पुलिस कर्मियों को अमेठी की आबोहवा इतनी पसंद है कि तबादले के बाद भी यहां से जाना नहीं चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि एसपी के स्टेनो अखिलेश सिंह का कई साल पहले गैर मंडल के लिए स्थानांतरण हो चुका है, लेकिन वह साहब की कृपा से जमे हुए हैं। इसी तरह अमेठी कोतवाली के इंस्पेक्टर श्याम सुंदर का भी तबादला हो चुका है। उनके साथ स्थानांतरित किए गए अन्य दारोगा कार्य मुक्त कर दिए गए हैं लेकिन श्याम सुंदर अभी भी पद पर बने हुए हैं।

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दागी व स्थानांतरित पुलिस कर्मियों की रिपोर्ट एसपी से मांगा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद खामी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

डा. संजीव गुप्ता

आइजी रेंज अयोध्या

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