शिव की आराधना के लिए सुबह से मंदिरों में लगी कतार

गौरीगंज के गढ़ामाफी स्थित श्री हनुमान धाम में मां पार्वती के साथ ही भगवान शिव की विशाल प्रतिमा का श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ प्राप्त किया। सिंहपुर में सावन के पहले सोमवार को श्रद्धालुओं ने शिव मंदिर में शिवलिग का जलाभिषेक किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 12:04 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 12:04 AM (IST)
शिव की आराधना के लिए सुबह से मंदिरों में लगी कतार
शिव की आराधना के लिए सुबह से मंदिरों में लगी कतार

अमेठी : श्रावण मास का शुभारंभ हो गया है। सोमवार को भगवान शिव की श्रद्धालुओं ने पूरे मनोयोग से आराधना की। शिव भक्तों ने शिवालय में जलाभिषेक करने के साथ ही घरों में रुद्राभिषेक किया। ताला के मुकुटनाथ धाम में स्थित पौराणिक शिवालय में सुबह से ही शिवभक्त पहुंचने लगे। श्रावण मास के पहले सोमवार को श्रद्धालुओं ने शिव मंदिर पहुंच शिवलिग पर जलाभिषेक कर सुख, समृद्धि की कामना की। कुछ शिवालयों को छोड़ दिया जाए तो श्रद्धालुओं की आस्था में कोरोना प्रोटोकाल के नियम भी टूटते दिखे।

गौरीगंज के गढ़ामाफी स्थित श्री हनुमान धाम में मां पार्वती के साथ ही भगवान शिव की विशाल प्रतिमा का श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ प्राप्त किया। सिंहपुर में सावन के पहले सोमवार को श्रद्धालुओं ने शिव मंदिर में शिवलिग का जलाभिषेक किया। लोगों ने भगवान शिव को जल, पुष्प, बेलपत्र, भांग, धतूरा अर्पण कर सुख, समृद्धि की कामना की। रामपुर पंवारा स्थित दतेहरेश्वर मंदिर, फत्तेपुर के घुइसरनाथ और सिद्धेश्वर मंदिर, सातनपुरवा स्थित शिव मंदिर, इन्हौना के रत्नेश्वर धाम, मत्तेपुर के शिव मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। सेमरौता के बाबा उजियारनाथ मंदिर में महिलाओं के जत्थे में जल अर्पण कर विधि विधान से भोलेनाथ की पूजा कर मनवांछित फल प्राप्तत करने की कामना की। जलाभिषेक के दौरान मंदिरों में आए श्रद्धालु बिना मास्क लगाए और शारीरिक की अनदेखी कर पूजा पाठ में तल्लीन रहे।

भगवान शिव को सर्वाधिक प्रिय है सावन : पूर्णमासी को श्रवण नक्षत्र का योग होने के कारण यह मास श्रवण कहलाता है। सनातन धर्म के अनुसार श्रावण मास के पूरे 30 दिन जप, तप, व्रत और पुण्य कार्यों के लिए उत्तम माने गए हैं। श्रावण में भगवान शिव की पूजा, अभिषेक, शिव स्तुति, मंत्र जाप का विशेष महत्व है। श्रावण मास में भगवान शिव का रुद्राभिषेक शुभकारी माना गया है।

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