कहानी व चित्र के जरिए बच्चों को ज्ञान बांट रहा रीड अलांग एप

इंटरनेट के बिना भी ये काम करता है एप शिक्षक अभिभावकों को कर रहे प्रेरित

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 11:26 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:26 PM (IST)
कहानी व चित्र के जरिए बच्चों को ज्ञान बांट रहा रीड अलांग एप
कहानी व चित्र के जरिए बच्चों को ज्ञान बांट रहा रीड अलांग एप

रामशिरोमणि त्रिपाठी,अमेठी : परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के लिए रीड अलांग एप काफी हद तक मददगार साबित हो रहा है। एप डाउनलोड कर अभिभावक कहानी व चित्रों के जरिए बच्चों को पढ़ाई करा रहे हैं। वहीं शिक्षक भी इस एप से कहानी व चित्र दिखा कर बच्चों में जागरूकता पैदा कर रहे हैं। इस एप की विशेषता है कि इंटरनेट के बिना भी ये काम करता है।

परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षक रीड अलांग एप से आनलाइन पढ़ाई जा रही विषयवस्तु काफी रूचिकर लग रही है। संकुल प्रभारी प्रदीप तिवारी की माने तो रीड अलांग एप के माध्यम से सभी विषयों को बच्चे न सिर्फ स्वयं पढ़ सकते हैं। बल्कि उनकी सहायता के लिए एप एक दोस्त की भांति काम करता है। बच्चों के लिए एप में कहानियों के साथ ही रंग-बिरंगे चित्रों की भरमार है। कई ऐसे मनमोहक चित्र एप में मौजूद हैं। जो बच्चों का ध्यान पढ़ाई की ओर ले जाने में सहायक हैं। जैसे चालाक लोमड़ी, कछुआ-खरगोश की दौड़ कहानी के साथ ही उल्टा-पुल्टा, मौज मस्ती, मात्रा ज्ञान, पढ़ो फटाफट, गुब्बारे फोड़ो समेत बहुत कुछ सीखने के लिए है। एप में बच्चे अपने कार्टून दोस्त की मदद से लालची चूहा,आम का पेड़,मेरे दोस्त,जंगल का राजा शेर आदि कहानियां मन लगाकर सुनते हैं। एप में पूछे गए सवाल का जवाब भी सोच समझ कर देते हैं। गुनैया गांव के अभिभावक मंगल सिंह,पूरे मलिक गांव के श्याम बिहारी कहते हैं कि उनके मोबाइल फोन में अलांग एप डाउनलोड है। बच्चे एप से चित्र व कहानियां देखते हैं।

औरंगाबाद के शिक्षक पद्माकर मिश्र,गुनैया प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका ज्योति ने बताया कि बच्चों के अभिभावकों के मोबाइल फोन में रीड अलांग एप डाउनलोड कराया गया है। एप के माध्यम से बच्चे कहानियां व चित्रों का ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं।

बीईओ अखिलानंद राय कहते हैं कि शासन की मंशानुरूप मिशन- प्रेरणा ई- पाठशाला कोरोना काल में बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने में मददगार है। शिक्षक घरों में जाकर जिन अभिभावकों के मोबाइल फोन में एप नहीं लोड है। उन्हें एप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इससे बच्चों में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। यही नहीं

रीड अलांग एप को मोबाइल में एक बार डाउनलोड करने के बाद इंटरनेट की आवाश्यकता नहीं होगी। बिना इंटरनेट के भी यह एप काम करेगा। कहानी व चित्रों के माध्यम से पढ़ाई करने के साथ ही बच्चों का फीडबैक भी एप के माध्यम से मिलेगा।

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