बंदरबाट की शिकार हुई नहरों के सिल्ट की सफाई
अमेठी सरकार द्वारा नहरों की सिल्ट सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं
अमेठी : सरकार द्वारा नहरों की सिल्ट सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। जिससे किसानों को फसलों की सिचाई के लिए परेशान न होना पड़े, लेकिन, सरकार के मंसूबे पर विभाग के अधिकारी व ठेकेदार मिलकर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
क्षेत्र स्थित नहरों में सिल्ट सफाई के कार्य में केवल औपचारिकता निभाई गई है। नहरों की सिल्ट सफाई को लेकर किसानों में नाराजगी है। तहसील क्षेत्र के खंड 49 के टिकरी रजबहा में सिल्ट सफाई कार्य में जमकर अनियमितता की गई है। ग्रामीणों के मुताबिक कुछ दूर तक सफाई कार्य ठीक से किया गया है। जिसके बाद सफाई कार्य में महज औपचारिकता निभाई गई है। बीते पखवाड़े भर से सफाई का कार्य चल रहा है, लेकिन यह कार्य जमीन पर कम और कागजों में अधिक दिखाई दे रहा है। यही हाल अमेठी रजबहा, भैरोपुर रजबहा सहित कई अन्य रजबहों की भी है। जहां सफाई कार्य में अनियमितता आप अपनी आंखों से देख सकते हैं। सभी रजबहों में हेड से टेल तक सफाई कार्य पूरा नहीं किया गया है। जिसके चलते किसानों को आने वाले दिनों में सिचाई के लिए फिर से परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
-नहर की सफाई में महज औपचारिकता निभाई गई है। सफाई कार्य सही न होने से पानी का प्रवाह भी कम रहता है। जिसके चलते नहरें चालू होने पर किसानों को फसलों की सिचाई के लिए भरपूर पानी नहीं मिल सकेगा।
अभिमन्यु
-कागज में अधिक और हकीकत में सफाई नहीं होने से नहर का अस्तित्व समाप्त हो रहा है। आने वाले दिनों में किसानों को अपनी फसलों की सिचाई के लिए और भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
त्रिवेणी मिश्रा
-सरकार किसानों का हित चाहती है। इसलिए नहरों की साफ सफाई का कार्य प्रतिवर्ष किए जाने की व्यवस्था है। लेकिन, यह कार्य जमीन पर नहीं हो रहा है। अशोक कुमार -नहरों में साफ सफाई का कार्य नहीं होने से किसान परेशान हैं। जिसके कारण किसानों ने वैकल्पिक व्यवस्था करके खुद के संसाधन से सिचाई की व्यवस्था करने पर मजबूर हैं।
दयाराम -नहरों की सफाई का कार्य हो रहा है। हेड से टेल तक सफाई का कार्य होगा। सभी कार्यदायी संस्था अभी अपना कार्य कर रही हैं।
बाबूलाल
अधिशासी अभियंता, खंड 49