बारिश से किसान हुए परेशान, धान की अगेती फसल को नुकसान
अमेठी रविवार को दोपहर बाद से ही जिले के अधिकतर क्षेत्रों में तेज हवा के साथ बारिश होने
अमेठी: रविवार को दोपहर बाद से ही जिले के अधिकतर क्षेत्रों में तेज हवा के साथ बारिश होने लगी। जिससे एक बार फिर किसानों की चिता बढ़ गयी है। लगभग एक माह पहले जिले में भारी बारिश हुई थी। जिसमें सब्जियां, तिलहन एवं दलहन की फसल व कुछ हद तक धान की फसल प्रभावित हुई थी।
इस नुकसान से किसान उबर भी नहीं पाए था कि रविवार हुई बारिश ने फिर किसानों को परेशान कर दिया है। क्योंकि इस समय काफी किसानों के खेत मे धान की फसल काटने योग्य हो गयी थी। कई किसानों के खेत में धान की कटाई चल रही थी। फसल जमीन पर ही पड़ी थी, बारिश से खेत में पानी भरने के कारण पूरी फसल भीग गयी। जिससे धान खराब होने की संभावना है। बहुत से किसान सरसों, चना, मटर एवं मसूर की बोआई प्रारम्भ कर चुके थे। बारिश के कारण खेत में अत्यधिक नमी की वजह से अब इन फसलों की बोआई में विलंभ होगा। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या से संचालित कृषि विज्ञान केंद्र कठौरा के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आरके आनंद ने बताया कि खेत में ज्यादा नमी होने से इस समय पक कर तैयार धान की फसल में देरी होगी एवं दलहनी एवं तिलहनी फसलों की बोआई में विलंभ होगा। कई जगहों पर इस समय धान की लंबी अवधि की प्रजातियां पुष्पावस्था में है उनमें बारिश से कुछ नुकसान हो सकता है। हालांकि अधिकतर लंबी अवधि की धान प्रजातियों में बारिश लाभप्रद होगी। इस बारिश से सब्जियों की फसल भी प्रभावित हो सकती है। इसलिए सब्जियों के खेत मे जल निकास की व्यवस्था अवश्य करें। धान काटने के बाद यदि खेत मे पानी लगने से फसल भीग गयी हो तो उसे उठाकर मेड़ या किसी ऊंचे स्थान पर रहें। मौसम पूर्वानुमानों के अनुसार अगले बुधवार तक जिले में हल्की से मध्यम वर्षा होगी। इसलिए अभी तीन चार दिन फसल की कटाई न करें। केन्द्र के पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. सुरेन्द्र सिंह ने पशुओं को बारिश में भीगने से बचाने का सुझाव दिया क्योंकि इस समय मौसम में परिवर्तन होता है और यदि पशु भीगता है तो उसको बुखार होने की संभावना रहती है।