कोशिश बेकार, पूरा नहीं हो पाया सिल्ट सफाई का काम

नहरों के सहारे धान की रोपाई की आस लिए किसानों को निराशा हाथ लगी है। पानी के अभाव में किसानों की तैयार धान की नर्सरी खेतों में ही सूख रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 12:27 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 12:27 AM (IST)
कोशिश बेकार, पूरा नहीं हो पाया सिल्ट सफाई का काम
कोशिश बेकार, पूरा नहीं हो पाया सिल्ट सफाई का काम

अमेठी : कुदरत की मार झेल रहे किसानों के लिए सरकारी महकमा भी मुसीबत बना हुआ है। हेड से टेल तक पानी पहुंचाने का सरकारी मुलाजिमों का दावा महज कागजी साबित हो रहा है। सेमरौता रजबहा की सफाई के नाम पर महकमें के अधिकारी व कुलाबा पदाधिकारी मिलकर सात लाख रुपये डकार गए। लेकिन रजबहा में उगी झाड़ियां व घास फूस नहीं साफ हो सकीं।

नतीजा है कि टेल तक एक बूंद पानी नहीं पहुंच रहा है। नहरों के सहारे धान की रोपाई की आस लिए किसानों को निराशा हाथ लगी है। पानी के अभाव में किसानों की तैयार धान की नर्सरी खेतों में ही सूख रही है। किसानों के विरोध पर हरकत में आए महकमें ने जेसीबी मशीन से सफाई का काम तो शुरू कराया। लेकिन, दो चार घंटे में ही अवर अभियंता मशीन लेकर भाग खड़े हुए।

धान की रोपाई का उपयुक्त समय बीतने को है। कुदरत से लेकर सरकारी महकमा तक दगा दे रहा है। जिससे किसानों की धान की रोपाई बाधित है। शारदा सहायक खंड 28 से संबद्ध सेमरौता रजबहा जौनपुर ब्रांच से निकल लक्ष्मन देई स्थित गुमिया ड्रेन तक पहुंचता है। इस बीच दर्जनों गांवों के हजारों किसान इस रजबहा से लाभान्वित होते है। किसानों की माने तो यह पहला मौका है जब टेल तक पानी नहीं पहुंचा है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी समस्या के निस्तारण को लेकर फिक्रमंद नहीं है। रजबहा भैयापुर, पूरे चन्दन, उतेहीबाग, फरोसा, पुंडा, बेनीपुर, ठोकरपुर, तिवारी पुर, सतगंवा, सेमरौता, बसंतपुर होते हुए लक्ष्मन देई में समाप्त होता है। शुरूआती गांवों के किसान कुछ पानी पा भी जाते हैं लेकिन अंतिम गांव के किसानों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है।

नहर की सफाई न होने से टेल तक नहीं पहुंच रहा पानी : किसान बैजनाथ, अब्दुल हक, प्रदीप कुमार, महेश चन्द्र मिश्रा, मातादीन, सुखमणि लाल आदि किसानों का कहना है कि नहर की सफाई न होने के चलते घास फूस व पेड़ जमे हुए है। इसके चलते रजबहा में पानी नहीं आ पा रहा है।

जिम्मेदार के बोल : शारदा सहायक खंड 28 के अवर अभियंता अनुराग वर्मा ने कहाकि किसानों की शिकायत पर जेसीबी मशीन से सफाई का काम शुरू कराया गया था। लेकिन, बजट के अभाव में टेल तक सिल्ट की सफाई नहीं हो सकी।

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