अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़, सात तमंचे बरामद

पुलिस कार्यालय गौरीगंज में मामले का अनावरण करते हुए पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने बताया कि मंगलवार की देर शाम प्रभारी निरीक्षक फुरसतगंज राजेश सिंह ने मुखबिर से मिली सूचना पर भदैया महमूदपुर गांव में अभय सिंह के मुर्गी फार्म पर हेड कांस्टेबल सुधीर पटेल के साथ छापेमारी की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 12:23 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 12:23 AM (IST)
अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़, सात तमंचे बरामद
अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़, सात तमंचे बरामद

अमेठी : पंचायत चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए अवैध शस्त्रों के खिलाफ अभियान चला रही पुलिस को बड़ी सफलता मिली। मुर्गी फार्म में चल रही अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए फुरसतगंज पुलिस ने सात तमंचों के साथ एक आरोपित को गिरफ्तार किया और मौके से भारी मात्रा में अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण भी बरामद किया है।

बुधवार को पुलिस कार्यालय गौरीगंज में मामले का अनावरण करते हुए पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने बताया कि मंगलवार की देर शाम प्रभारी निरीक्षक फुरसतगंज राजेश सिंह ने मुखबिर से मिली सूचना पर भदैया महमूदपुर गांव में अभय सिंह के मुर्गी फार्म पर हेड कांस्टेबल सुधीर पटेल के साथ छापेमारी की। जहां अवैध रूप से तमंचा बना रहे एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपित की पहचान रायबरेली के गदागंज थाना क्षेत्र के जलालपुर निवासी इसरत अली उर्फ अच्छे मियां के रूप में हुई। पुलिस ने मौके से सात निर्मित तमंचे व भारी मात्रा में शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद किए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्जकर जेल भेजा जा रहा है। वहीं अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंड़ाफोड़ करने वाली पुलिस टीम को एसपी ने पांच हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडेय भी मौजूद रहे। पढ़ें अन्य खबरें..

चुनाव में गांव-गांव सज रही शराब की महफिल

अमेठी : चुनाव और दारू का चोली दामन का साथ है। प्रशासन लाख कोशिश करे लेकिन इस साथ है कि छूटता ही नहीं। अब जबकि चुनावी चकल्लस जोर पकड़ने लगी है तो गांव की आबोहवा में दारू की महक भी तैरने लगी है। इस सब पर रोक लगाने के लिए टीमें बनी तो कई हैं। लेकिन, वह मौके पर पहुंच नहीं पा रही हैं।

गांव में चुनावी महफिले शराब के बिना अधूरी हैं। कहने को तो प्रशासन ने बल्क में शराब की बिक्री पर रोक लगा रखी है। लेकिन, इसके बावजूद बड़ी मात्रा में गांव में शराब का वितरण किया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी बताते हैं कि देशी शराब अधिकतम पांच पव्वा, अंग्रेजी शराब डेढ़ लीटर और बीयर अधिकतम 6 लीटर की बिक्री एक व्यक्ति को अनुमन्य है। सभी ठेकेदारों को इस बाबत कड़े निर्देश जारी किए गए हैं कि किसी भी उपभोक्ता को बल्क में शराब की बिक्री न की जाए। लेकिन, यह तो महज कागजी बातें हैं हकीकत इससे बिल्कुल इतर है। आबकारी विभाग भी इस बात को स्वीकार करता हैं कि किसी भी व्यक्ति के चेहरे की पहचान करना बहुत कठिन है।

- भगवान भरोसे ही है सिस्टम

जिले में अवैध शराब पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी अधिकारी के साथ ही चार इंस्पेक्टर थे। जिनमें से एक इंस्पेक्टर का लगभग डेढ़ माह पूर्व निधन हो गया बाकी बचे तीन लोगों में से दो लोग कोरोना संक्रमित हो गए हैं। सिर्फ इंस्पेक्टर नागेंद्र प्रताप सिंह ही क्षेत्र में सक्रिय हैं। कई आरक्षी भी विभिन्न बीमारियों से पीड़ित बताए जा रहे हैं। ऐसे में पूरा सिस्टम भगवान भरोसे ही है।

सक्रिय है टीमें - जिला आबकारी अधिकारी एके वर्मा बताते हैं कि जिले की गोदामों से जिन ब्रांड की बिक्री की जा रही है वह सभी सही है। अवैध शराब पर अंकुश लगाने के लिए टीमें लगातार सक्रिय हैं।

हर स्तर पर हो रही जांच - अवैध शराब को लेकर सभी जिम्मेदारों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। एसडीएम सीओ आबकारी विभाग को मिलाकर टीमें बनाई गई हैं। हम लगातार बॉर्डर पर भी चेकिग कर रहे हैं।

अरुण कुमार, डीएम अमेठी।

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