गांव में धमक जमाने को हुई हंसराज की हत्या
- बीमार नाना को देखने आया था युवक
अमेठी : पूरे सिद्धी गांव में रविवार की देर शाम हंसराज की चाकुओं से गोदकर हत्या की मुख्य वजह मृतक का रास्ते में जलभराव की समस्या को लेकर पुलिस में शिकायत करना सामने आया है। ग्रामीणों की मानें तो गांव में जलनिकासी को लेकर रविवार की शाम छह बजे पुलिस ने सुलह-समझौता कर मामले को सुलझाया था। एक बार पुलिस के समक्ष भी विरोधी हंसराज के ऊपर हमलावर हुए थे। मृतक हंसराज के नाना रामदुलार व विपक्षी रामबक्श के बीच कई बार मारपीट व गाली-गलौज हो चुकी है। पुलिस के हस्तक्षेप पर मामला शांत हुआ था। रास्ते में पानी रोकने को लेकर रामबक्श का परिवार दबंगई के बल पर पानी रोक दिया था । जिसके चलते रामदुलार को आने जाने में दिक्कत थी। इसी बात को लेकर रविवार की सुबह भी खेत में मेड़ बांधने को लेकर झड़प हुई थी। गांव में वर्चस्व कायम करने की नियत से रामबक्श के परिवार के युवकों ने कुछ अन्य युवकों की मदद से हंसराज को खेत से लौटते समय घेराबंदी कर चाकुओं से ताबड़तोड़ प्रहार करते हुए मरणासन्न अवस्था में उसे खेत में फेंक दिया। गंभीर हालत में उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मृतक अपने ननिहाल आया था। इसके दो बड़े भाई कल्लू व उदयराज ननिहाल में ही रहकर मेहनत मजदूरी करते हैं। मृतक दो दिन पहले ही अपने घर से बीमार नाना को देखने आया था।