भारी बारिश से सरकारी कार्यालय सहित कई गांवों में भरा पानी
-जल निकासी की व्यवस्था न होने से उत्तपन्न हुई स्थिति - बचाने के लिए सड़क काटकर निकाला जा रहा जिला अस्पताल व गांव का पानी -एसपी आफिस में पानी निकालने के लिए फायर ब्रिग्रेड की ली गई मदद
अमेठी : पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश से जन जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। जल निकासी के लिए कहीं सड़कें काटी जा रही हैं तो कहीं फायर ब्रिग्रेड की मदद ली जा रही है। जिले में बाढ़ जैसी स्थित उत्पन्न हो गई है। अमेठी हो या फुरसतगंज, तिलोई हो या बाजारशुकुल। भादर, मुसाफिरखाना, जगदीशपुर, जामो हर जगह हालात एक जैसे हैं। बारिश ने हर जगह अपना कहर मचा रखा है।
जिला मुख्यालय की स्थिति और भी बदतर हो गई है। जिला अस्पताल परिसर में दो-दो फीट तक पानी भर गया है। इससे कुछ मरीज व स्वास्थ्य कर्मी पानी में भीगकर अस्पताल पहुंचे। पूरा अस्पताल सूना पड़ा रहा। यहां सड़क काटकर बारिश के पानी को निकाला जा रहा है। वहीं एसपी आफिस में जल भराव हो जाने से फायर ब्रिग्रेड की मदद ली गई। सीडीओ आफिस, कलेक्ट्रेट सहित अन्य कार्यालय भी जलभराव की चपेट में हैं। वहीं गांवों में स्थित और भी बदतर है। जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने से लोगों के घरों व दरवाजे तक पानी ही पानी है।
बाजारशुकुल में मूसलाधार बारिश व चल रही तेज हवाओं से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। हवा के तेज झोकों से बड़ी संख्या में पेड़ गिर गए। कई स्कूल परिसर पानी से लबालब हो गए। कस्बा की सड़क पर पानी ऐसे बह चला जैसे कोई नाला उफना गया हो। इससे गांवों में बनी जल निकासी के नाली निर्माण व सफाई की भी पोल खुल गई है।
मुसाफिरखाना में सड़कें व सरकारी कार्यालय तालाब बन गए हैं। नगर पंचायत के बस स्टैंड, तहसील, कोतवाली, वन क्षेत्राधिकारी कार्यालय सहित अन्य कार्यालय, रेलवे स्टेशन में जलभराव के चलते आमजनों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। गौरीगंज तिराहे पर भारी जलभराव के चलते लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। इस बाबत तहसील प्रशासन जलभराव की समस्या से निपटने के लिए राजस्व कर्मियों को गांव जाने के निर्देश दिए हैं। जगदीशपुर
के बस व रेलवे स्टेशन की दशा बहुत खराब हो गई है।
दोनों जगह मुख्य द्वार पर जल भराव हो गया है। जल निकासी की व्यवस्था न होने से दिक्कत हो रही है। फुरसतगंज क्षेत्र के गांवों में जलभराव होने से लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। हर तरफ पानी ही पानी है। जल निकासी की व्यवस्था न होने से स्थिती और भी खराब होती जा रही है।