डीएम ने दिया आवासों की किस्त जारी करने का आदेश
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिला नगरीय विकास अभिकरण की बैठक
गौरीगंज, (अमेठी): जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) की बैठक की गई। जिसमें डीएम ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) सबके लिए आवास के तहत योजना का विस्तृत विवरण, प्रगति एवं छूटे हुए पात्र लाभार्थियों का सर्वेक्षण में जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान उन्होंने बताया कि जिले की चारों नगर निकायों में 7254 आवास स्वीकृत हैं, जिसमें से 1288 अपात्र हैं। 5966 पात्र लाभार्थी हैं। 5385 लाभार्थियों को प्रथम किस्त जारी की गई है। 4490 लाभार्थियों को द्वितीय किश्त जारी की गई है। 2525 लाभार्थियों को तृतीय किस्त जारी की गई है। 3114 लाभार्थियों के आवास पूर्ण हो गए हैं। अपूर्ण आवासों की प्रगति को लेकर जिलाधिकारी ने पीओ डूडा को शीघ्र द्वितीय व तृतीय किश्त जारी करते हुए आवास पूर्ण कराने के निर्देश दिए। बैठक में पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत शहरी पथ विक्रेताओं के ऑनलाइन आवेदन के संबंध में पीओ डूडा ने बताया कि अब तक चारों नगर निकायों से 5127 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 2306 लाभार्थियों का ऑनलाइन डाटा फीड हो गया है। जिसमें से 1845 लाभार्थियों का ऋण स्वीकृत करते हुए 1817 को ऋण वितरित किया गया है। शेष आवेदन पत्रों को डीएम ने शीघ्र फीड करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत दीनदयाल अंत्योदय योजना, स्वरोजगार कार्यक्रम, कौशल प्रशिक्षण एवं सेवायोजन के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराना, शहरी बेघरों के लिए आश्रय योजना, स्वयं सहायता समूह आदि योजनाओं के प्रगति की समीक्षा की। पीओ डूडा को प्रगति में सुधार लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री नगरीय अल्प विकसित एवं मलिन बस्ती विकास योजना अंतर्गत नगर निकायों में स्वीकृत इंटरलॉकिग, रोड, व नाली निर्माण के कार्यों की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी सुशील प्रताप सिंह, परियोजना अधिकारी उमाशंकर वर्मा सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।
सीडीओ ने देखी सड़क निर्माण की गुणवत्ता
अमेठी: मुख्य विकास अधिकारी डा. अंकुर लाठर ने विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। विकास खंड जगदीशपुर की ग्राम पंचायत पालपुर में विधायक निधि से कराए गए इंटरलॉकिग कार्य को सीडीओ ने देखा। 2.98 लाख की लागत से बनी सड़क जांच के समय इंटरलॉकिग की कुल लंबाई 60 मीटर एवं चौड़ाई 3.30 मीटर पाई गई। गुणवत्ता की जांच में इंटरलॉकिग प्राक्कलन के अनुसार ही पाई गई। सहायक अभियंता यूपी सिडको एवं सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग को सीडीओ ने निर्देशित करते हुए कहा कि शेष कार्यों को समय से पूर्ण करा कर पूर्ण हुए कार्य की सत्यापन आख्या प्रस्तुत करें।