गांवों में अंधेरा कायम 72 घंटे से नहीं आ रही बिजली

बारिश का दौर रहा जारी बिजली संकट बरकरार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 11:47 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 11:47 PM (IST)
गांवों में अंधेरा कायम 72 घंटे से नहीं आ रही बिजली
गांवों में अंधेरा कायम 72 घंटे से नहीं आ रही बिजली

अमेठी: लगातार हो रही बारिश व तेज हवाओं के चलते मकान व पेड़ों के गिरने का सिलसिला जारी है। क्षेत्र के कई गांव 72 घंटे से बिजली गुल होने से अंधेरे में डूब गए हैं। जबकि प्रशासन ऐसी घटनाओं से बेखबर है।

बुधवार से शुरू हुई बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। जहां कई गांवों में बिजली गुल हो गई है। वहीं कस्बे में सैंकड़ों बेसमेंट की दुकानों में तीन से चार फिट तक पानी भर गया है। आलम यह है कि कई गांव के मार्ग पर पेड़ों के गिरने व जलभराव के चलते आवागमन बाधित है। पिडारा करनाई गांव के प्रधान प्रतिनिधि रामलखन शुक्ला ने बताया कि गांव के दर्जनों घरों में जलभराव की समस्या के चलते जेसीबी मशीन की मदद से नाला की खुदाई की गई। सूरपुर-काशीपुर गांव में भारी जलभराव के चलते सड़क किनारे के कई पेड़ मार्ग पर गिर गए हैं। इससे 72 घंटे से बिजली गुल हो गई है। लोगों की मानें तो पूरे ओझा, चौबेपुर, मयास, नंदौर, पूरे शुकुल आदि गांवों में बीते कई घंटे से बिजली नहीं होने से अंधेरा है। प्रेमशाह पुर गांव में सड़क मार्ग पर नीम का पेड़ गिरने से आवागमन बाधित है। गुन्नौर व भागूपुर गांव में सड़क मार्ग पर जलभराव के चलते ग्रामीणों का निकलना मुश्किल हो गया है। मठाभुसुंडा गांव के मलीन बस्ती में कीचड़ व जलभराव के चलते संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है।

धान की बर्बादी देख गश खाकर खेत में गिरा किसान

विकास क्षेत्र के प्रेमशाहपुर निवासी किसान रामनेवल पांडेय अपनी गाढ़ी कमाई से अगेती धान की फसल डूबती देख खेत में शुक्रवार की सुबह गश खाकर गिर पड़ा। हालांकि किसान को सांत्वना देते हुए भाई संजय ने संभाल लिया। किसान संजय ने बताया कि तीन बीघा धान पानी में डूब गया है।

कस्बे के गल्ला मंडी,सब्जी मंडी, गांधीपार्क मैदान, विधायक गली, दयानंद गली, पुराना अस्पताल गेट आदि पर बेसमेंट की दुकानों में भारी जलभराव है। पेंट व्यवसायी विक्की कौशल ने बताया कि बेसमेंट में भारी बारिश से लाखों का पेंट व रंग बर्बाद हो गया। बैंक आफ इलाहाबाद के नीचे बेसमेंट के दुकानदार रामशरण यादव ने बताया कि तीन डीप-फ्रीजर पानी में डूबने से भारी नुकसान हुआ है।

इस बाबत तहसीलदार संगीता पांडेय की मानें तो बारिश से हुई तबाही की रिपोर्ट क्षेत्रीय लेखपालों से मांगी गई है। रिपोर्ट मिलते ही क्षतिपूर्ति दी जाएगी।

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