कर्ज नहीं मिलने से दम तोड़ रही पशुपालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना

पशुपालन क्षेत्र में आर्थिक मदद प्रदान करने के लिए शुरू की गई पशु क्रेडिट कार्ड योजना शुरू हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Mar 2021 11:41 PM (IST) Updated:Tue, 23 Mar 2021 11:41 PM (IST)
कर्ज नहीं मिलने से दम तोड़ रही पशुपालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना
कर्ज नहीं मिलने से दम तोड़ रही पशुपालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना

अमेठी :

पशुपालन क्षेत्र में आर्थिक मदद प्रदान करने के लिए शुरू की गई पशु क्रेडिट कार्ड योजना दम तोड़ रही है। इस योजना में विकास खंड भेटुआ के अंतर्गत 100 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से मात्र एक आवेदक का पशु क्रेडिट कार्ड अब तक बन सका है। दरअसल, निजी बैंक शाखाएं इस योजना में कोई रुचि नहीं ले रहे हैं। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकारी योजना की बैंक उपेक्षा कर रहे हैं। किसानों की सुनिए :

प्रभात यादव ने बताया कि शासन स्तर पर पशु क्रेडिट कार्ड बनाने की योजना शुरू की गई है। लेकिन, योजना का फायदा पशुपालकों को नहीं मिल रहा है। दस्तावेजों में कमी निकालकर बैंक शाखाएं कर्ज देने में रुचि नहीं ले रही हैं। रवींद्र कुमार ने बताया कि छह-सात माह से वह बैंक शाखा के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन, पशु क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए उनकी सुनवाई नहीं हो रही। विनोद कुमार ने बताया कि सरकार की इस योजना का पशुपालक किसानों को कोई फायदा नहीं मिला। योजना का लाभ पाने के लिए सैकड़ों रुपये गंवाने पड़े, मगर बैंक शाखाओं ने साथ नहीं दिया। यह है नियम :

पशुपालन किसान क्रेडिट योजना के अंतर्गत राज्य के एक भैंस रखने वाले किसानों को 60 हजार 249 रुपये तक और गाय रखने वाले किसानों को 40 हजार 783 रुपये का कर्ज सरकार देती है। कर्ज की छह बराबर किस्तें यानी छह हजार 797 रुपये प्रति किस्त क्रेडिट कार्ड के जरिए लाभांवित किसानों को दी जानी है। चार फीसद सालाना ब्याज दर पर एक साल के अंदर कर्ज चुकता करना होगा। वहीं, समय पर कर्ज चुकाने वाले पशुपालक किसानों को ब्याज में सौ फीसद की छूट दी जाएगी। अब तक एक किसान को मिला कर्ज :

पशु चिकित्सक अधिकारी भेटुआ संतोष कुमार ने बताया कि पशुपालन किसान क्रेडिट कार्ड के लिए सौ आवेदन प्राप्त हुए थे, जिन्हें सभी बैंक शाखाओं को भेज दिया गया था। एक किसान आदित्य सिंह को बैंक ने पैसा दिया है, जबकि शेष 99 आवेदन अभी लंबित हैं।

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