.ऐसी तो न थी हमारी अमेठी

अभिषेक मालवीय, अमेठी : प्रेम के पीर मलिक मोहम्मद जायसी की नगरी अमेठी हमेशा से ही प्रेम व

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 12:33 AM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 12:33 AM (IST)
.ऐसी तो न थी हमारी अमेठी
.ऐसी तो न थी हमारी अमेठी

अभिषेक मालवीय, अमेठी : प्रेम के पीर मलिक मोहम्मद जायसी की नगरी अमेठी हमेशा से ही प्रेम व सद्भाव का प्रतीक मानी जाती रही है, जहां पर स्व. संजय गांधी से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी ने विकास की गंगा बहाई और अमेठी को देश व विदेशों में पहचान दिलाई। समय बदला और लोग बदले पर अमेठी का प्रेम वही रहा। राजीव गांधी के बाद सोनिया व अब राहुल गांधी ने परिवार व राजनीति की बागडोर अपने हाथों में ली और अमेठी से प्रेम का रिश्ता बनाए रखा। वहीं अब विरोध के स्वर भी दिखने लगे हैं। पिछले कुछ सालों के दौरान राजनीति में एक ऐसा दौर आया, जिसमें एक दूसरे के प्रति विरोध के स्वर उभरने लगे है।

मंगलवार को गौरीगंज के कलेक्ट्रेट मोड़ पर जो हुआ वह अमेठी के लिए नया नहीं था। भाजपा जिलाध्यक्ष की अगुवाई में सांसद राहुल गांधी का विरोध किया। हालात ये बने की दोनों हाथापाई की नौबत बनी, लेकिन पुलिस व प्रशासन की सक्रियता ने टकराव की स्थिति को नियंत्रित कर लिया, लेकिन आगे क्या होगा ये नहीं पता है। पिछले लोक सभा चुनाव के दौर से विरोध के स्वर उठने शुरू हुए। लोकसभा चुनाव लड़ने आए आप पार्टी के कुमार विश्वास को गौरीगंज के साथ अन्य विधानसभा क्षेत्र में भी विरोध का हुआ। वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भी गौरीगंज में महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा था। राजनीति के दौर में विरोध प्रदर्शन बढ़ता ही गया, और गांधी-नेहरू परिवार का गढ़ कही जाने वाली अमेठी में उन्हीं के सांसद राहुल गांधी को विरोधियों ने नहीं बक्सा। कभी जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर किसानों द्वारा तो कभी राजनीतिक पार्टी द्वारा विरोध से दो चार होना पड़ा।

-बगैर सबूत के कर रहे बयानबाजी

भाजपा जिलाध्यक्ष उमाशंकर पांडे ने कहाकि राहुल गांधी बिना किसी जांच और सबूत के प्रधानमंत्री को चोर कह रहे हैं यह गलत है। बिना सिर पैर की बातों से अमेठी की जनता शर्मसार है। उनको इस बात के लिए मांफी मांगनी चाहिए। अगर उन्होंने माफी नहीं मांगी तो जब-जब वह अमेठी आएंगे, इससे अधिक विरोध का सामना करना पड़ेगा।

-विरोध से मजबूत हो हरे राहुल गांधी

कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने कहाकि जो संस्कृति अमेठी में पनप रही है। भाजपा में कुछ ऐसी मानसिकता के लोग उसमें प्रवेश कर चुके हैं। जो दलगत राजनीति से हटकर राजनैतिक ¨हसा और अपशब्दों का प्रयोग करना उनकी संस्कृति में रच बस गया है। रही राहुल जी के दौरे के दौरान विरोध की बात तो अमेठी की जनता को कोई फर्क नहीं पड़ता है। जितना वे विरोध करते हैं राहुल जी उतना ही मजबूत ही हो रहे हैं और जनता में एक अलग संदेश जा रहा है।

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