कोरोना नियम के तहत अदा की गई अलविदा की नमाज

रमजान मुबारक में अलविदा जुमे की नमाज का विशेष महत्व है। इस लिए हर साल नगर की विभिन्न मस्जिदों में हजारों की तादाद में रोजेदारों की भीड़ उमड़ती थी लेकिन पिछले साल की तरह इस बार भी रमजान शरीफ में कोरोना महामारी का प्रकोप बदस्तूर जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 11:13 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 11:13 PM (IST)
कोरोना नियम के तहत अदा की गई अलविदा की नमाज
कोरोना नियम के तहत अदा की गई अलविदा की नमाज

अमेठी : शुक्रवार रमजान शरीफ की 24 तारीख को लगातार दूसरे वर्ष भी कोरोना महामारी के चलते शासनादेश का पालन करते हुए मुस्लिम समाज ने रमजान मुबारक अलविदा जुमे की नमाज पूरी शिददत के साथ अदा की। इस दौरान डीएम,एसपी, एडीशनल एसपी दोपहर बाद जायजा लेने जायस पहुंचे।

रमजान मुबारक में अलविदा जुमे की नमाज का विशेष महत्व है। इस लिए हर साल नगर की विभिन्न मस्जिदों में हजारों की तादाद में रोजेदारों की भीड़ उमड़ती थी, लेकिन पिछले साल की तरह इस बार भी रमजान शरीफ में कोरोना महामारी का प्रकोप बदस्तूर जारी है। नगर के रोजेदार शासनादेश का पालन करते हुए मस्जिदों पर केवल इमाम सहित कुछ लोगों के साथ ही नमाज अदा की। नमाज जामा मस्जिद में मौलाना सैयद सलमान अशरफ ने, शिया जामा मस्जिद में मौलाना सैयद तिरिम्माह हैदर ने केला वाली मस्जिद में मौलाना रईस प्रताप गढ़ी ने, बुढ़े बाबा की मस्जिद वहाबगंज में मोहम्मद इब्राहिम अंसारी ने, मियां साहब की मस्जिद पर मौलाना मोहम्मद अहमद ने, मदीना मस्जिद पर मौलाना गयासुद्दीन ने, मोहल्ला कंचाना स्थिति मक्का मस्जिद में हाफिज मोहम्मद सईद ने,शेख सादी उल्ला की मस्जिद पर मुफ्ती मोहम्मद आरिफ ने रमजान मुबारक के अलविदा जुमे की नमाज अदा कराई। जामा मस्जिद पर मौलाना सैयद सलमान अशरफ ने कहा कि इस बार भी रहमत व बरकत के महीने रमजान में हम कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे हैं। इस लिए इस मूजी वायरस से बचाव के लिए हम सबको मिलकर शासन से मिले दिशा निर्देशों का पालन करते हुए संकट की इस घड़ी में अपनी हर इबादत में अल्लाह ताला से महामारी को जल्द अज जल्द दूर करने की दुआ की। ताकि आइंदा साल हम इस बाबरकत महीना बगैर किसी पाबंदी के अपने रवायती शानो-शौकत के साथ गुजारें और ईद की खुशियां मनाएं। उन्होंने ने कहा कोरोना वायरस देश को बहुत अधिक जानी व माली नुकसान पहुंचाया है। हम अल्लाह ताला से दुआ करते हैं कि वह जल्द अज जल्द आलमें इंसानियत को इससे नजात दिलाए। उन्होंने ने रोजादारों से अपील की वह ईद की खरीदारी से मुकम्मल परहेज करें। ईद सादगी से मनाएं।

वहीं नगर के मोहल्ला कजयाना कलां निवासी युवा समाज सेवी इरफान बाबा ने अलविदा जुमा की नमाज के बाद मोहल्ला मीर बस्ती, कजयाना,शेखाना में गरीबों व असहाय लोगों को आने वाले ईद पर्व पर मदद की।

वहीं फुरसतगंज में रमजान पाक महीने में आखिरी जुमा अलविदा की नमाज लोगों ने अपने अपने घरों में अदा की।

chat bot
आपका साथी