मकानों में भरा बारिश का पानी, गिर रहे कच्चे घर

पिछले 24 घंटे से बरसात थमने के बाद भी खतरा बरकरार

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 11:01 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 11:01 PM (IST)
मकानों में भरा बारिश का पानी, गिर रहे कच्चे घर
मकानों में भरा बारिश का पानी, गिर रहे कच्चे घर

अंबेडकरनगर: मूसलाधार बारिश बीते 24 घंटे से थमी है। शनिवार सुबह से चटख धूप खिल रही है। इससे राहत मिली है। हालांकि अभी खतरा टला नहीं है। ग्रामीणांचल की दुकानों एवं मकानों में अब भी बरसात का पानी भरा है। कच्चे घरों के गिरने का सिलसिला जारी है। बीते शुक्रवार से शनिवार सुबह तक दर्जनों कच्चे घर गिरे हैं, इसमें लाखों की संपत्ति का नुकसान होने के साथ मवेशियों और मुर्गियों की जान गई है। प्रशासन लगातार नुकसान का जायजा लेने में राजस्व कर्मियों के साथ जुटा है।

भीटी : पीआरडी जवान की पांच माह पहले कोरोना से मौत होने के बाद भी उनके आश्रितों को अभी तक कोई मदद नहीं मिल सकी। इस बारिश में उनका कच्चा घर बीती रात जमींदोज हो गया। उनकी पत्नी सुधा सिंह अपने दोनों बच्चों के साथ बेघर हो गई हैं। छप्पर में जीवनयापन करने को वे मजबूर हैं। पीआरडी जवान सत्यप्रकाश सिंह की बीते 17 मई को मौत हो गई थी। मकान के मलबे में दबकर गृहस्थी का पूरा समान नष्ट हो गया है। ग्रामीणों ने इनके भोजन और रहने का इंतजाम किया है। तहसीलदार ज्ञानेंद्र यादव ने लेखपाल से नुकसान का आकलन कराकर पीड़ित परिवार को अहेतुक सहायता देने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे इतर करीब दो दर्जन लोगों का कच्चा, खपरैल, टीनशेड और छप्परनुमा मकान गिर गया। लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ है। बड़ेरिया गांव में राम सागर, मुरली, अरविद, ज्ञानप्रकाश, संदीप, गुड्डन, राजकुमार, विजेंद्र, विजय प्रकाश, अनीता, हरीलाल, सुमित्रा, श्रीराम, गोविद, राम तीरथ, शोभावती, धनराजी, फिता, अशोक, दुलारी देवी, पुष्पा, अमरजीत का घर गिरा है। एसडीएम संतोष कुमार ओझा ने बताया कि लेखपाल क्षति का आकलन कर रहे हैं। इसके आधार पर प्रभावित लोगों को मदद मिलेगी।

सम्मनपुर : अकबरपुर तहसील के परस कटुई गांव में बीती रात सक्षम सिंह की गोशाला गिरने से मलबे में दबकर गाय घायल हो गई। आनन-फानन में जुटे लोगों ने किसी तरह गाय की जान बचाई।

जहांगीरगंज : विद्युत उपकेंद्र रामनगर में जलभराव होने से एहतियातन विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई थी। उपकेंद्र से रामनगर टाउन, जहांगीरगंज, माडरमऊ सहित पांच फीडरों से नगर पंचायत जहांगीरगंज सहित आलापुर तहसील के अधिकांश गांवों में विद्युत आपूर्ति होती है। लंबी कटौती के चलते चौतरफा हाहाकार मचा था। तहसीलदार ने उपकेंद्र पहुंच कर हाल जाना एवं सफाई कर्मियों को भी पानी निकालने में लगाया। अवर अभियंता प्रवेश निषाद ने बताया कि पंपसेट से पानी निकालकर रात में ही विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई। हर वर्ष विद्युत उपकेंद्र रामनगर परिसर में बारिश के दौरान जलजमाव की समस्या होती है। आलापुर सब डिवीजन बनने समेत यहां अवर अभियंता कार्यालय, उपखंड अभियंता और एक्सईएन का कार्यालय है। गत वर्ष जलभराव से तीन दिन विद्युत आपूर्ति ठप रही थी। अधिशासी अभियंता कार्यालय व कर्मचारी आवास तक में बारिश का पानी घुस गया। आखिरकार 24 घंटे बाद बिजली आपूर्ति बहाल हुई।

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-जलनिकासी के लिए काटा मुख्यमार्ग, आवागमन बाधित-

राजेसुल्तानपुर : भारी बारिश से तेंदुआईकला, चोरमरा, कमालपुर, पूरनपुर व खरुवांव समेत कई गांव जलमग्न होने के बाद परेशान ग्रामीणों ने जलनिकासी के लिए जहांगीरगंज-राजेसुल्तानपुर मुख्यमार्ग को तेंदुवाईकला के पास काट दिया। इससे यातायात बाधित हो गया। ग्रामीणों ने जलनिकासी बाधित होने में गोरखपुर लिक एक्सप्रेस-वे निर्माण को जिम्मेदार ठहराया है। बारिश का पानी घरों में घुसने से कइयों के कच्चे मकान भी गिर गए हैं। एसडीएम आलापुर धीरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीणों ने जलनिकासी के लिए मुख्य मार्ग को काटा था। काफी हद तक पानी निकल चुका है। यहां ह्यूम पाइप डालकर आवागमन बहाल करने का प्रयास चल रहा है।

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डूबकर मरे तीन हजार चूजे-

सम्मनपुर: जलालपुर तहसील के गोसाईंपुर गांव में संचालित पोल्ट्री फार्म में बारिश का पानी भर गया। इसमें डूबकर मुर्गियों के तीन हजार चूजे मर गए। संचालक अंकित यादव ने बताया कि बीती रात में वह पोल्ट्री फार्म में सो रहे थे। तेज बारिश के चलते पोल्ट्री फार्म में पानी भरने लगा। परिवारजन के साथ बारिश का पानी निकालने की कोशिश हुई, लेकिन ज्यादा पानी भरने से चूजों को बचाने में नाकाम रहे। इससे लगभग डेढ़ लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

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