चिकित्सकों ने नवजात का निकाला विकृत दांत
अंबेडकरनगर : महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में एक ऐसी नवजात आई है, जिसके ज
अंबेडकरनगर : महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में एक ऐसी नवजात आई है, जिसके जन्म से ही दांत है। नवजात बच्ची में जन्म से ही विकृत दांत देख लोगों में तरह-तरह की भ्रांतिया फैल गईं। हालांकि चिकित्सकों ने कहा कि ऐसे बच्चों को देखकर डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। करीब 30 हजार बच्चों में एक बच्चा इस तरह का होता है, जो इलाज से सामान्य हो जाता है। राजकीय मेडिकल कालेज के डेंटल विभाग में एक बच्ची पूजा (14 दिन) इलाज के लिए आई। इसके मुंह में जन्म से ही निचले जबड़े में एक विकृत दांत निकला था। यह देख परिजन घबड़ा गए और उसे लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। इसका इलाज कर डॉक्टरों ने विकृत दांत को बाहर निकाला। बच्ची का इलाज कर रही डेंटल विभाग के लेक्चरर डॉ. प्राची ¨सह का कहना है कि उचित विटामिन और पोषक तत्वों की कमी के कारण ऐसा होता है। इन दांतों को नीनेटल टूथ कहते हैं, जो अमूमन 30 हजार बच्चों में से एक बच्चे को होता है। डॉ. प्राची ¨सह का कहना है कि इस तरह के दांत शंकु आकार के जड़ विहीन होते हैं। इनका रंग पीला, सफेद या रंगहीन हो सकते हैं। इस तरह के दांत होने से मां को दूध पिलाने में दिक्कतें होती हैं। इसी तरह की एक बच्ची आई थी जिसका दांत टेक्निकल इंचार्च डॉ. एस. मुस्तफा के सहयोग से निकाला गया, अब वह सामान्य है।